उत्तराखंड

उत्तराखंड में 250 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान, 3 नागरिकों की वापसी सुनिश्चित, पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा कड़ी

उत्तराखंड में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, राज्य सरकार और पुलिस ने पाकिस्तान के नागरिकों की पहचान और उनकी वापसी की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत, राज्यभर में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और उनका सत्यापन किया जा रहा है। इस कार्रवाई का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, खासकर पाकिस्तान से आए नागरिकों के संदिग्ध गतिविधियों के संभावित खतरे को देखते हुए।

पुलिस प्रमुख दीपम सेठ ने जानकारी दी कि उत्तराखंड में कुल 250 पाकिस्तान मूल के नागरिक रह रहे हैं। इनमें से 247 के पास लंबे समय के वीजा हैं, जबकि तीन नागरिक शॉर्ट-टर्म वीजा पर भारत आए थे। इनमें से दो नागरिक पति-पत्नी देहरादून के सहसपुर क्षेत्र में रिश्तेदारों के पास ठहरे हुए थे। इन दोनों ने गुरुवार को पाकिस्तान के लिए रवाना होने का निर्णय लिया। वहीं, तीसरा नागरिक हरिद्वार में ठहरा था, जिसे 25 अप्रैल तक वापस पाकिस्तान लौटने का निर्देश दिया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि इस व्यक्ति को 26 अप्रैल तक हरिद्वार से पाकिस्तान लौटने की उम्मीद है।

आतंकी हमले के बाद, राज्य पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और विशेष रूप से देहरादून, हरिद्वार और अन्य प्रमुख शहरों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सीसीएस की बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार, सभी पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने पुलिस मुख्यालय को निर्देश दिए हैं कि सभी पाकिस्तान नागरिकों को राज्य से बाहर भेजने की प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाए।

इसके साथ ही, गृह विभाग ने पुलिस से पूरी रिपोर्ट मांगी है, ताकि केंद्र सरकार के आदेशों का पालन किया जा सके। केंद्र सरकार ने आदेश दिया है कि 27 अप्रैल तक सभी वीजा धारक पाकिस्तान नागरिकों को भारत छोड़ देना होगा, और जिनके पास मेडिकल वीजा है, उन्हें 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है।

डीजीपी दीपम सेठ ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, और केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। नेपाल सीमा पर भी जांच तेज कर दी गई है। सभी जिलों के एसपी और इंटेलिजेंस यूनिट को पाकिस्तान नागरिकों की पहचान के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

यह कार्रवाई राज्य सरकार की ओर से उठाए गए एक महत्वपूर्ण कदम का हिस्सा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पाकिस्तान से आए नागरिकों की वापसी सुनिश्चित करेगी। राज्य सरकार और पुलिस विभाग की ओर से यह अपील की गई है कि जनता किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए रखें और तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि राज्य और देश की सुरक्षा बनाए रखी जा सके।

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