
पिथौरागढ़/वन महोलिया, 11 अप्रैल: उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र भारत-नेपाल सीमा स्थित वन महोलिया गांव में बुधवार को दिल दहला देने वाली घटना घटी। जिस नाले में 15 दिन पहले एक पिता की डूबने से मौत हुई थी, उसी नाले में बुधवार को उसके बेटे की भी जान चली गई। एक ही परिवार में पखवाड़े के भीतर दो सदस्यों की असामयिक मृत्यु से गांव में शोक की लहर है।
मृतक की पहचान 45 वर्षीय सुभाष पुत्र रामचंदर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम सुभाष अपने घर के पीछे बहने वाले उसी नाले के पास गया, जिसमें 26 मार्च को उसके पिता रामचंदर डूबकर जान गंवा चुके थे। बताया गया कि सुभाष नाले की गहराई नापने की बात कर रहा था। उसकी पत्नी ने उसे मना भी किया, लेकिन वह नहीं माना। नाले के समीप रहने वाले ग्रामीणों ने उसे बचाने की कोशिश की, मगर तब तक वह डूब चुका था।
यह भी पढ़े – हरिद्वार: भगत सिंह चौक पर दो कारों में लगी भीषण आग, मची अफरातफरी
सुभाष के निधन के बाद पत्नी, एक पुत्री और दो पुत्र बेसहारा हो गए हैं। वह पेशे से टाइल्स मिस्त्री था और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। अब परिवार पर दोहरी मार पड़ी है – एक ओर अपनों की मौत का ग़म, दूसरी ओर रोज़ी-रोटी की चिंता।
कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि सुभाष का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग इस दुखद घटनाक्रम से उबर नहीं पा रहे।