
देहरादून: उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग (PWD) ने दावा किया है कि राज्य की करीब 50 प्रतिशत सड़कें अब पूरी तरह गड्ढा-मुक्त हो चुकी हैं। विभाग का कहना है कि इस वर्ष गड्ढा-मुक्त सड़कों का लक्ष्य तय समय से पहले पूरा करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
मैदानी इलाकों में काम लगभग पूरा, पहाड़ों में तेजी
PWD अधिकारियों के अनुसार, मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश सड़कों की मरम्मत और पैचवर्क का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। अब फोकस पहाड़ी जिलों पर है, जहां मानसूनी क्षति के कारण सड़कें अधिक प्रभावित हुई थीं। विभाग ने पहाड़ी मार्गों की मरम्मत के लिए अतिरिक्त संसाधन और मशीनरी तैनात की है।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में सड़क गुणवत्ता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने इस बार सड़क मरम्मत कार्यों की निगरानी को लेकर जवाबदेही और पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया है। प्रत्येक जिले में अभियंता स्तर पर नियमित निरीक्षण और रिपोर्टिंग की व्यवस्था की गई है ताकि गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
मॉनिटरिंग सिस्टम से हो रही निगरानी
विभाग ने बताया कि गड्ढा-मुक्त अभियान की प्रगति पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए नजर रखी जा रही है। जिलों से प्रतिदिन सड़क मरम्मत की स्थिति अपडेट की जा रही है और खराब सड़कों की पहचान के लिए नागरिकों की शिकायतों को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
लक्ष्य: पूरे राज्य की सड़कों को गड्ढा-मुक्त बनाना
PWD का लक्ष्य है कि आने वाले महीनों में राज्य की सभी प्रमुख और संपर्क सड़कों को पूरी तरह गड्ढा-मुक्त घोषित किया जा सके। विभाग का दावा है कि इस बार मरम्मत कार्यों में गुणवत्ता और स्थायित्व पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि सड़कों की आयु बढ़ाई जा सके।