
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक हेलिकॉप्टर गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया और करीब 200 से 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में कई लोगों के हताहत होने की सूचना है, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। यह उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर दुर्घटना 2025 की पहली बड़ी घटना है, जिसने चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एयरोट्रांस कंपनी का यह हेलिकॉप्टर गुरुवार सुबह सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही यह हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में पायलट सहित कुल सात लोग सवार थे, जिनमें से छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल है।
हादसे की सूचना मिलते ही SDRF और जिला प्रशासन की टीमें तुरंत हरकत में आ गईं। भटवाड़ी पोस्ट से मुख्य आरक्षी नवीन कुमार और उजेली पोस्ट से उपनिरीक्षक पुष्कर जीना के नेतृत्व में दो टीमें मौके पर रवाना की गईं। SDRF ने घटनास्थल पर पहुंचकर बेस बनाते हुए गहरी खाई में उतरने का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव एजेंसियां भी राहत कार्य में जुटी हैं।
चारधाम यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर सेवाओं पर संकट
यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चरम पर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर हैं। कई यात्री हेली सेवाओं के माध्यम से यात्रा कर रहे हैं, लेकिन लगातार बदलते मौसम ने इन सेवाओं पर खतरा बना दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी बनी चिंता का कारण
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए चेतावनी जारी की थी। देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना जताई गई थी। मौसम की इस चेतावनी के बावजूद हेली सेवा जारी रखना चिंताजनक है।
बदरीनाथ में भी इमरजेंसी लैंडिंग
गौरतलब है कि इसी सप्ताह, 5 मई को बदरीनाथ से देहरादून जा रहे एक अन्य हेलिकॉप्टर को भी खराब मौसम के कारण गोपेश्वर खेल मैदान में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। पांच मिनट तक मैदान में रुकने के बाद हेलिकॉप्टर देहरादून के लिए रवाना हुआ। यह घटना इस ओर इशारा करती है कि पर्वतीय क्षेत्रों में बदलते मौसम के कारण हेली सेवाएं हमेशा खतरे में रहती हैं।
उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर दुर्घटना 2025 ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवाओं की सुरक्षा मानकों की निगरानी पर्याप्त है। खराब मौसम की स्थिति में उड़ानों को कैसे नियंत्रित किया जाए, इस पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
राज्य सरकार की ओर से हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना की है। उन्होंने प्रशासन को घायलों को हरसंभव मदद पहुंचाने और हादसे की जांच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वह लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं।