देहरादून
दून के द क्लासेस इंस्टीट्यूट के छात्र सागर कुमार ने पहले ही प्रयास में जेईई मेंस में 90 पर्सेंटाइल हासिल की है। यहां के कुल 06 छात्रों ने जेईई मेंस में प्रतिभाग किया था। संस्थान के संचालकों के मुताबिक सागर उस पृष्टभूमि से आते हैं, जहां इस तरह की परीक्षाओं के प्रति जागरूकता का अभाव है। यह संस्थान के शिक्षकों की ही मेहनत है कि सागर ने अपने पहले प्रयास में 90 पर्सेंटाइल हासिल की है।
यहां सागर की सफलता और संस्थान का जिक्र करना इसलिए भी जरूरी है कि द क्लासेस का उद्देश्य लाभ अर्जित करने से अधिक वंचित वर्ग के बच्चों के भविष्य को संवारना है। एक निजी कोचिंग संस्थान होने के बाद भी द क्लासेस शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम का अनुसरण कर रहा है। लिहाजा, 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को जो तैयारी कराई जाती है, उनमें से 25 प्रतिशत गरीब छात्रों को बिना किसी शुल्क के दाखिला दिया जाता है। इसके साथ ही एससी/एसटी वर्ग के छात्रों को करीब आधी फीस पर तैयारी कराई जाती है। यही छात्र जब आगे चलकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं तो उनकी राह और भी आसान हो जाती है।