जहरीला कुट्टू: सहारनपुर से देहरादून तक पुलिस का शिकंजा,कई लोगों पर मुकदमा

नवरात्र के पहले दिन व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह दिन एक अप्रत्याशित संकट में बदल गया, जब जहरीले कुट्टू के आटे से बने व्यंजनों के सेवन के कारण सैकड़ों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह घटना उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सामने आई, जिससे प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में आ गए।
जांच में सामने आया कि कुट्टू के आटे की आपूर्ति सहारनपुर के एक व्यापारी के माध्यम से की जा रही थी, जो इसे देहरादून के विकासनगर स्थित एक व्यापारी तक पहुंचाता था। वहीं से यह आटा छोटी-छोटी दुकानों में वितरित किया जाता था। इस नेटवर्क के खुलासे के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी और विकासनगर स्थित व्यापारी से पूछताछ के बाद उसके गोदाम को सील कर दिया।
पुलिस के अनुसार, सहारनपुर में पिसाई करने वाले चक्की मालिक, आटा सप्लायर और विकासनगर के व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने मिलकर कई स्थानों से कुट्टू के आटे के सैंपल लिए और इसे जांच के लिए भेज दिया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
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पुलिस ने मुख्य सप्लायर लक्ष्मी ट्रेडिंग के मालिक शीशपाल सिंह चौहान को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
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सप्लाई चेन की कड़ी में सहारनपुर के विकास गोयल और मैसर्स गोविंद सहाय शंकर लाल का नाम सामने आया।
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अभिहीत अधिकारी खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन मनीष सिंह की शिकायत पर इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
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पुलिस टीमों ने सहारनपुर और देहरादून के कई ठिकानों पर दबिश दी और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, आटे में मिलावट या खराब गुणवत्ता के कारण यह जहरीला हो सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान स्रोत से खरीदे गए कुट्टू के आटे का इस्तेमाल न करें और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या पर तुरंत अस्पताल से संपर्क करें।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता से समझौता कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकता है। प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।