उत्तराखंड: कार्बेट टाइगर रिजर्व में बर्ड फ्लू को लेकर सतर्कता, नैनीताल-देहरादून चिड़ियाघरों में विशेष प्रबंध

उत्तराखंड : उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू से एक बाघिन की मौत की खबर के बाद उत्तराखंड वन विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। कार्बेट टाइगर रिजर्व, नैनीताल और देहरादून चिड़ियाघरों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन ने अपने कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। विशेष रूप से चिंता का विषय यह है कि कार्बेट में लगभग 260 बाघों सहित अनेक संरक्षित वन्यजीव प्रजातियां मौजूद हैं। ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर भी विशेष निगरानी में है, जहां प्रदेश भर से बचाए गए बाघों और तेंदुओं को रखा जाता है।
नैनीताल चिड़ियाघर के निदेशक साकेत बडोला ने बताया कि यद्यपि अभी तक बर्ड फ्लू का कोई प्रकरण सामने नहीं आया है, फिर भी सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने रेस्क्यू सेंटर में वन्यजीवों के निकट जाने वाले कर्मचारियों को पीपी (पर्सनल प्रोटेक्शन) किट पहनने के निर्देश दिए हैं।”
विभाग ने चिड़ियाघर परिसरों में संक्रमण के प्रवेश को रोकने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। वन्यजीवों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही, कार्बेट टाइगर रिजर्व में कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई भी वन्यजीव बीमार दिखाई दे, तो उसकी तत्काल सूचना उच्च अधिकारियों को दी जाए।
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वन्यजीवों की नियमित निगरानी और उनके स्वास्थ्य की जांच का कार्य भी तेज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत को देखते हुए, विशेष रूप से पक्षियों और बड़े बिल्ली प्रजाति के वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।