चारधाम यात्रा में सहकारिता विभाग की अभिनव पहल
मोबाइल एटीएम वैन से तीर्थयात्रियों को मिल रही नगदी सुविधा, दुर्गम क्षेत्रों में भी 24 घंटे उपलब्ध सेवा

देहरादून: उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को सुविधाजनक और व्यवस्थित बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में सहकारिता विभाग द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए मोबाइल एटीएम वैन की सुविधा तीर्थयात्रियों और सैलानियों के लिए शुरू की गई है, जो हजारों फीट की ऊंचाई पर स्थित दुर्गम क्षेत्रों में भी नगदी सुविधा उपलब्ध करा रही है।
इन मोबाइल एटीएम वैन के माध्यम से रुद्रप्रयाग के सोनप्रयाग, चमोली के बदरीनाथ, माणा गांव, हेमकुंड साहिब, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे क्षेत्रों में श्रद्धालु और पर्यटक आसानी से नकद राशि निकाल पा रहे हैं। इस पहल से जोशीमठ और माणा में तैनात सेना और आईटीबीपी के जवानों को भी नगदी सुविधा का लाभ मिल रहा है।
तीर्थयात्रियों के लिए लाभकारी साबित हो रही सुविधा
इस सुविधा की शुरुआत उत्तराखंड सहकारिता विभाग एवं जिला सहकारी बैंकों द्वारा नाबार्ड के सहयोग से की गई है। चलती फिरती एटीएम वैन तीर्थयात्रियों के लिए अत्यंत सहायक सिद्ध हो रही हैं, जो दूरदराज के क्षेत्रों में नगदी की कमी की समस्या से जूझते रहे हैं।
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले देशभर के तीर्थयात्रियों को नगदी की कोई परेशानी न हो, इसके लिए मोबाइल एटीएम वैन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी माणा से लेकर गंगोत्री, यमुनोत्री और सोनप्रयाग तक यह सुविधा उपलब्ध है, और आवश्यकतानुसार मोबाइल वैन की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
प्रशासनिक स्तर पर ठोस व्यवस्था
राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक एवं सहकारिता सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इस समय चारधाम यात्रा मार्ग पर तीन मोबाइल एटीएम वैन संचालित हैं। इनमें से एक वैन उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री-यमुनोत्री मार्ग पर, जबकि दो वैन रुद्रप्रयाग और चमोली जनपदों में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि इन वैनों के माध्यम से प्रतिदिन बड़ी संख्या में तीर्थयात्री नगदी सुविधा का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मोबाइल एटीएम वैन यात्रा अवधि के दौरान नियमित रूप से चालू रहती हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को समय पर नकदी मिल सके। साथ ही, जिला सहकारी बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा मार्ग पर कैश की कोई कमी न हो।
सहकारी समितियों की सक्रिय भूमिका
निबंधक सहकारी समितियां सोनिका ने कहा कि यह सुविधा जिला सहकारी बैंकों को तीर्थयात्रियों का एक विश्वसनीय साझेदार बनाती है। इस पहल से यह सुनिश्चित किया गया है कि श्रद्धालुओं की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके और वे किसी असुविधा के बिना अपनी धार्मिक यात्रा पूर्ण कर सकें।यह सुविधा न केवल उत्तराखंड के तीर्थ क्षेत्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि सहकारिता और समुदाय सेवा के बीच एक मजबूत कड़ी भी स्थापित कर रही है।