ईरान-इजरायल संघर्ष: ‘सत्ता परिवर्तन का समय आ गया है’, पूर्व शाह के बेटे रजा पहलवी ने खामेनेई के खिलाफ उठाई आवाज

नई दिल्ली : ईरान और इजरायल के बीच चल रहा संघर्ष अब भयावह मोड़ पर पहुंच चुका है। एक ओर जहां इजरायली नागरिकों को रॉकेट हमलों के डर से बंकरों में शरण लेनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर ईरान के कई शहरों में दहशत का माहौल है, जिससे नागरिक सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखा बयान देते हुए कहा है, “जब तक अयातुल्लाह अली खामेनेई जीवित हैं, यह संघर्ष जारी रहेगा।ईडफ ने मंगलवार को पुष्टि की है कि उसने एक हवाई हमले में ईरान के मेजर जनरल अली शादमानी को मार गिराया है। गौरतलब है कि उन्होंने मात्र चार दिन पहले ही पदभार संभाला था। इस हमले को इजरायल द्वारा ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
इस बीच ईरान में *पूर्व शाह रजा पहलवी* के बेटे रजा शाह पहलवी द्वितीय ने सर्वोच्च नेता खामेनेई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों से अपील की है कि “अब समय आ गया है कि ईरान को धार्मिक तानाशाही से मुक्त किया जाए।”उन्होंने सोशल मीडिया और पश्चिमी मीडिया में दिए बयानों में खामेनेई शासन को ‘जनविरोधी और दमनकारी’ बताया है।उन्होंने ईरानी नागरिकों से आह्वान किया है कि वे “लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ईरान” के लिए एकजुट हों।
रजा पहलवी के पिता शाह मोहम्मद रेजा पहलवी 1941 से 1979 तक ईरान के शासक थे।1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद खोमैनी नेतृत्व में ईरान इस्लामिक रिपब्लिक बना और शाह को परिवार समेत देश छोड़ना पड़ा।वर्तमान में रजा पहलवी पश्चिमी देशों में निर्वासन में रह रहे हैं और ईरान में लोकतंत्र की वापसी के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं।
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान और इजरायल के बीच सीधी सैन्य कार्रवाई की आशंका बढ़ती जा रही है।
अमेरिकी और यूरोपीय खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि यदि यह संघर्ष और बढ़ता है तो पूरा पश्चिम एशिया हिंसा की आग में झुलस सकता है।