उत्तर प्रदेश: चलती ट्रेन में सीट को लेकर विवाद, युवक की पीट-पीटकर हत्या — बागपत स्टेशन पर मिला शव

बागपत: उत्तर प्रदेश में रेल यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। दिल्ली से लौट रहे 28 वर्षीय युवक दीपक यादव की चलती ट्रेन में सीट को लेकर हुए विवाद के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
पीड़ित युवक दीपक यादव, मूल रूप से बड़ौत थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव का निवासी था और दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम करता था। घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
चलती ट्रेन में हुआ था हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दीपक यादव दिल्ली से लौटते समय ट्रेन में सीट को लेकर कुछ अज्ञात युवकों से उलझ गया। बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्साए युवकों ने दीपक की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। यात्रियों ने घटना को रोकने की कोशिश की, लेकिन हमलावर आक्रोशित थे और दीपक को गंभीर हालत में ट्रेन के अंदर ही पीटते रहे।
बताया जा रहा है कि बागपत रोड स्टेशन के पास पहुंचते ही आरोपियों ने घायल दीपक को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया और मौके से फरार हो गए। स्टेशन मास्टर और स्थानीय रेलवे पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक दीपक की मौत हो चुकी थी।
पुलिस जांच में जुटी
बागपत जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज और यात्रियों के बयान जुटाए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक (रेलवे) का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का लग रहा है और आरोपियों की पहचान के लिए जांच तेज कर दी गई है।
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
दीपक के परिजनों ने रेलवे प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि ट्रेन में आरपीएफ तैनात होती या यात्रियों की बात समय पर सुनी जाती, तो आज दीपक जिंदा होता। परिवार का कहना है कि दीपक एकमात्र कमाने वाला था और उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
रेलवे में सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर रेलवे में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चलती ट्रेन में सीट को लेकर विवाद इतना बड़ा रूप ले सकता है कि किसी की जान चली जाए, यह गंभीर चिंता का विषय है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सरकार और रेलवे को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।