जगन्नाथ रथ यात्रा: पुरी से लेकर गुजरात तक श्रद्धा का महासागर, लाखों भक्तों की उमड़ी भीड़, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम

पुरी: श्रद्धा और आस्था का महापर्व जगन्नाथ रथ यात्रा पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। पुरी (ओडिशा) में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की भव्य रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ, जिसमें देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालु शामिल हुए। यह यात्रा पुरी के श्रीमंदिर से शुरू होकर गुंडिचा मंदिर तक जाती है और 12 दिनों तक चलती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी हैं और भगवान जगन्नाथ से सभी के कल्याण की कामना की है।पुरी के अलावा गुजरात, नासिक, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और कई अन्य राज्यों में भी रथ यात्रा बड़े हर्षोल्लास के साथ निकाली जा रही है।गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में भी भगवान जगन्नाथ की 147वीं रथ यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि इस पावन यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं और राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए 23,800 से अधिक पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों को तैनात किया है।
हर्ष सांघवी ने बताया कि पिछले वर्ष 65 से अधिक बच्चे रथ यात्रा के दौरान अपने परिवार से बिछड़ गए थे, जिन्हें पुलिस ने सुरक्षित वापस पहुंचाया। इस बार, AI आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली के माध्यम से बच्चों और भीड़ पर विशेष नजर रखी जा रही है। हर बच्चे की गतिविधि पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि वह अपने परिवार के साथ दर्शन कर सके।
सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पूरे मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर, पेयजल और विश्राम स्थल की व्यवस्था की गई है।देशभर में मनाए जा रहे इस आस्था के पर्व ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जगन्नाथ रथ यात्रा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और समर्पण की पहचान भी है।