
चमोली: चमोली जिले में शुक्रवार रात से लगातार हो रही तेज बारिश ने तबाही मचाई है। बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर भूस्खलन से बाधित हो गया है, जबकि उफान में आए गदेरे ने गौशालाओं को अपनी चपेट में ले लिया। नौ पशुओं की मौत हो गई है और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बदरीनाथ हाईवे पर व्यापक नुकसान
चमोली जनपद में निरंतर बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर भूस्खलन और मलबा आने से बाधित हो गया है। नंदानगर के समीप पर्थाडीप भूस्खलन क्षेत्र में एक यात्रा वाहन मलबे में फंस गया था। सौभाग्य से उसमें सवार तीर्थयात्रियों को पहले ही सुरक्षित निकाल लिया गया था। बाद में जेसीबी मशीन की सहायता से वाहन को मलबे से बाहर निकाला गया।
इस क्षेत्र में हाईवे पर आए मलबे को हटाकर यातायात आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है, हालांकि अभी भी टनों मलबा सड़क किनारे जमा है। क्षेत्रपाल में हाईवे को वैकल्पिक मार्ग के रूप में सुचारु किया गया है। पहले दोपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू की गई और अब बड़े वाहनों को भी धीरे-धीरे निकाला जा रहा है।
पीपलकोटी के समीप भनेरपाणी में हाईवे अभी भी पूर्णतः बंद है। यहां मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रशासन लगातार सफाई कार्य में जुटा हुआ है ताकि जल्द से जल्द यातायात बहाल किया जा सके।
तेज बारिश की सबसे बड़ी मार थिरपाक गांव की अनुसूचित जाति बस्ती पर पड़ी है। मध्य रात्रि करीब एक बजे नौलाकलाना गदेरा उफान पर आ गया। गदेरे के तेज बहाव और मलबे ने तीन गौशालाओं को अपनी चपेट में ले लिया।