देहरादून

मुख्य सचिव ने की उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन की समीक्षा

देहरादून:  मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की व्यापक समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विद्युत सेवाओं में सुधार और आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यूपीसीएल की अगली बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करते हुए विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने अगले 3 से 5 वर्षों की दीर्घकालिक कार्ययोजना भी तैयार करने को कहा है।

आनंद बर्द्धन ने जोर देकर कहा कि कार्पोरेशन के विभिन्न कार्यों में आधुनिकतम तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का व्यापक प्रयोग किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि इससे कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और विभिन्न प्रकार की हानियों को न्यूनतम किया जा सकेगा।

मुख्य सचिव ने खराब ट्रांसफॉर्मर को बदलने का रिस्पांस टाइम लगातार कम किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और 1905 पर आने वाली बिजली के खंभे टूटने, तिरछे होने या तारों के लटकने की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।

उन्होंने प्रदेशभर में झुके हुए विद्युत खंभों और लटकती तारों की स्थिति को लेकर मिशन मोड में तुरंत सर्वेक्षण कराकर उन्हें ठीक करने के आदेश दिए।

मुख्य सचिव ने संचालन और रखरखाव व्यय को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके लिए थर्ड पार्टी विश्लेषकों द्वारा विश्लेषण कराने का सुझाव दिया गया। उन्होंने डिस्ट्रिब्यूशन लॉस को घटाने और एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल लॉसेज (एटी एंड सी) को लगातार कम करने पर जोर दिया।

आनंद बर्द्धन ने विद्युत के लिए बैटरी स्टोरेज सहित अन्य विकल्पों पर भी ध्यान देने की बात कही। उन्होंने थ्री फेज एचटीसीटी और थ्री फेज एलटीसीटी कनेक्शनों के साथ-साथ फीडर और डीटी मीटर को स्मार्ट मीटर में बदलने के कार्य में तेजी लाने और निर्धारित समय में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि पिछले तीन वर्षों की व्यावसायिक कार्यप्रणाली में उत्तराखंड की इनपुट एनर्जी में वृद्धि हुई है। साथ ही डिस्ट्रिब्यूशन लॉस में निरंतर कमी आई है। बिलिंग दक्षता में सुधार के साथ-साथ बिल संग्रहण में भी बेहतरी देखी गई है।

उन्होंने बताया कि पर्वतीय और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद उत्तराखंड का एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल लॉसेज राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। देश में केवल पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश का प्रदर्शन उत्तराखंड से बेहतर है।

इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम सहित यूपीसीएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

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