मणिपुर: उग्रवादी नेटवर्क पर सुरक्षा बलों का शिकंजा, तीन आतंकी गिरफ्तार

इंफाल: मणिपुर में जारी सुरक्षा अभियान के तहत राज्य के तीन अलग-अलग जिलों से तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को दी गई जानकारी के अनुसार, यह गिरफ्तारियां प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक तलाशी अभियान का हिस्सा हैं। सुरक्षा बलों ने इस दौरान हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।
गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में से दो प्रतिबंधित संगठन कांगलीपाक यावोल कन्ना लूप के सक्रिय सदस्य हैं। गुरुवार को काकचिंग जिले के उमाथेल बाजार इलाके से पकड़े गए पहले उग्रवादी के अलावा, बुधवार को इंफाल पश्चिम जिले के मयांग इंफाल थाना क्षेत्र के ममांग लेइकाई से दूसरे आरोपी को हिरासत में लिया गया था। इस दूसरे गिरफ्तार व्यक्ति पर थौबल, काकचिंग और इंफाल पश्चिम जिलों में जबरन वसूली, अपहरण और नए कैडरों की भर्ती जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से 9 एमएम की एक पिस्तौल और गोला-बारूद भी जब्त किया है।
तीसरी गिरफ्तारी में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक का एक सक्रिय सदस्य शामिल है, जिसे गुरुवार को बिष्णुपुर जिले के फोगाकचाओ-इखाई अवांग लेइकाई से गिरफ्तार किया गया। यह तलाशी अभियान मई 2023 से चल रही मैतेई और कुकी आदिवासी समुदायों के बीच जातीय हिंसा के बाद से लगातार जारी है। इस हिंसा में अब तक 260 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं।
राज्य की गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने 13 फरवरी 2024 को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया, हालांकि उनका कार्यकाल वर्ष 2027 तक था। सुरक्षा बल इस क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाली के लिए निरंतर अभियान चला रहे हैं और उग्रवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने में जुटे हुए हैं।