देहरादून: UPES कॉलेज में ड्रग्स फ्री कैम्पस अभियान की गोष्ठी, पीजी-होस्टल संचालकों को दी चेतावनी

देहरादून : मुख्यमंत्री के ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025 के विजन को साकार करने के लिए दून पुलिस का जागरूकता अभियान निरंतर जारी है। इसी क्रम में बुधवार को UPES यूनिवर्सिटी में एक महत्वपूर्ण जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों और पीजी-होस्टल संचालकों ने सक्रिय भागीदारी की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशन में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत थानाध्यक्ष प्रेमनगर ने संस्थान प्रमुखों को ड्रग्स के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
गोष्ठी के दौरान दून पुलिस ने छात्र-छात्राओं से भरवाए जा रहे कंसेंट फॉर्म और शपथ पत्र के बारे में विस्तृत फीडबैक लिया। पुलिस अधिकारियों ने सभी पीजी और होस्टल संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि उनके परिसर में ड्रग्स के सेवन या बिक्री की कोई भी शिकायत मिलती है तो एनडीपीएस एक्ट के तहत तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार रहें। पुलिस ने संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गोष्ठी में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए प्रत्येक माह इस प्रकार की बैठक आयोजित करने का फैसला किया गया। इससे ड्रग्स विरोधी अभियान को और भी प्रभावी बनाया जा सकेगा और नियमित मॉनिटरिंग के माध्यम से समस्या की जड़ तक पहुंचा जा सकेगा। गोष्ठी में उपस्थित सभी पदाधिकारियों और संचालकों ने दून पुलिस के इस अभियान में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने का दृढ़ संकल्प लिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अपने-अपने परिसरों में ड्रग्स के विरुद्ध कड़ी निगरानी रखेंगे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देंगे।
यह अभियान उत्तराखंड सरकार की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसका उद्देश्य प्रदेश को ड्रग्स मुक्त बनाना है। शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं के बीच बढ़ती ड्रग्स की समस्या को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने इस तरह के सक्रिय कदम उठाए हैं। दून पुलिस का यह प्रयास न केवल जागरूकता फैलाने में सहायक है बल्कि शैक्षणिक परिसरों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।