
दिनांक : 24 सितम्बर, 2025 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत उत्तराखण्ड में चल रहे “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” महाअभियान ने कम समय में बड़ी उपलब्धियाँ दर्ज की हैं। 17 सितम्बर से लगातार लगाए जा रहे स्वास्थ्य शिविरों के जरिए जनता को मुफ्त जांच, परामर्श और उपचार की सुविधाएं मिल रही हैं। यह अभियान 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के नेतृत्व में चल रहा यह महाअभियान अब केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि महिला स्वास्थ्य और सशक्तिकरण का जन-आंदोलन बन चुका है।
प्रमुख उपलब्धियाँ (17–24 सितम्बर, 2025)
प्रदेशभर में अब तक 10,672 स्वास्थ्य शिविर (290 स्पेशियलिटी कैंप सहित) लगाए गए।
5,45,233 लोग लाभान्वित हुए, जिनमें 2,15,096 पुरुष और 3,30,137 महिलाएँ शामिल।
गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग में – 2,65,701 हाईपरटेंशन, 2,49,500 डायबिटीज़ और 2,39,703 कैंसर (मुख, गर्भाशय, स्तन) की जांच।
RCH सेवाओं में 54,461 गर्भवती महिलाओं की ANC जांच और 93,601 लोगों की एनीमिया जांच।
बच्चों के टीकाकरण में 83,427 बच्चों को टीके लगाए गए।
टीबी रोकथाम के लिए 80,016 स्क्रीनिंग और 4,324 निक्षय मित्र पंजीकृत।
सिकल सेल स्क्रीनिंग 61 लोगों की और 23 सिकल सेल कार्ड वितरण।
परामर्श सेवाओं का लाभ 2,90,383 लोगों ने उठाया।
आयुष्मान/PM-JAY कार्ड 8,408 जारी।
47,500 रक्तदाताओं का पंजीकरण और 6,498 यूनिट रक्त संग्रहित।
केंद्रीय संस्थानों और निजी संगठनों के सहयोग से आयोजित 10 विशेष शिविरों में 2,748 लाभार्थी।
“स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार महाअभियान उत्तराखण्ड की महिलाओं और परिवारों के स्वास्थ्य की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। हमारा संकल्प है कि हर ज़िले और हर गाँव तक निःशुल्क व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ समय पर पहुँचे। यह जन-भागीदारी की सशक्त मिसाल है। जनता नजदीकी स्वास्थ्य शिविरों में जाकर जांच और परामर्श ज़रूर कराए।”
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का बयान
“यह अभियान महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें जागरूक और सशक्त भी बना रहा है। सरकार घर-घर तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचा रही है ताकि कोई भी व्यक्ति वंचित न रह जाए। आने वाले समय में उत्तराखण्ड मातृ-शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में आदर्श राज्य बनेगा।”