
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में खेल विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को खेल सुविधाओं और प्रशिक्षण में प्राथमिकता दी जाए ताकि वे बेहतर तैयारी कर सकें और देशसेवा का सपना पूरा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके लिए खेल विभाग को अपने कार्यक्रमों और योजनाओं को व्यावहारिक और युवा-उन्मुख बनाना होगा।
अग्निवीर भर्ती को लेकर विशेष तैयारी पर जोर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड के युवा देशभक्ति और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में अग्निवीर भर्ती में अधिक से अधिक युवा चयनित हों, इसके लिए खेल विभाग प्रशिक्षण शिविर, फिटनेस कार्यक्रम और खेल संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाए।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनपद स्तर पर कोचिंग कैम्प और फिजिकल फिटनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जाएं, ताकि ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों के युवा भी इस अभियान से जुड़ सकें।
खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज में तेजी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने खेल विभाग को उत्तराखंड राज्य खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये संस्थान राज्य के युवाओं के लिए खेल शिक्षा और प्रशिक्षण के उत्कृष्ट केंद्र साबित होंगे।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता को प्राथमिकता दी जाए ताकि ये परियोजनाएं जल्द पूर्ण होकर युवाओं के लिए उपयोगी बन सकें।
राष्ट्रीय खेलों के दौरान बनी संरचनाओं का रखरखाव जरूरी
मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रीय खेलों (नेशनल गेम्स) के दौरान बनाई गई खेल संरचनाओं और स्टेडियमों के रखरखाव पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन संरचनाओं को उपयोग में बनाए रखने के लिए नियमित खेल प्रतियोगिताएं और टूर्नामेंट आयोजित किए जाएं।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला और ब्लॉक स्तर पर स्कूल, कॉलेज और पंचायत स्तर की खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं ताकि अधिक से अधिक युवा खेलों में भागीदारी करें।
खेलों को जन-आंदोलन के रूप में बढ़ाने की दिशा में काम करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल विभाग का लक्ष्य केवल प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं होना चाहिए, बल्कि खेलों को जन-आंदोलन और जीवनशैली का हिस्सा बनाने की दिशा में काम किया जाना चाहिए।
उन्होंने युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह और रुचि बढ़ाने के लिए राज्य, मंडल और जिला स्तर की चैंपियनशिप आयोजित करने के निर्देश दिए।