
देहरादून: दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री को लेकर देहरादून जिला प्रशासन आज व्यापारियों के साथ बैठक करेगा। पिछली बैठक व्यापारियों की कम उपस्थिति के कारण रद्द करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ बैठक बुलाई है।
जिला प्रशासन इस बार पटाखों की बिक्री के लिए गोदामों या पारंपरिक दुकानों के बजाय खुले मैदानों का विकल्प तलाश रहा है। इसका उद्देश्य है कि व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। प्रशासन ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खुली जमीन और मैदानों की पहचान और चिह्नांकन शुरू कर दिया है।
खुले मैदानों में बिक्री क्यों जरूरी?
सुरक्षा के दृष्टिकोण से खुले मैदानों में बिक्री करने से भीड़-भाड़ और दुर्घटना की संभावना कम होती है।
प्रशासन इस बार यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी व्यापारियों के लिए समान अवसर हो और नियमों के अनुसार बिक्री हो।
महामारी और भीड़ नियंत्रण के कारण यह कदम सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
व्यापारी और प्रशासन की भूमिका
व्यापारी बैठक में अपनी मांग और सुझाव रख सकते हैं, जबकि प्रशासन बाजार नियमन, सुरक्षा व्यवस्था और पटाखों की गुणवत्ता को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करेगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने पहले ही स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम को भी तैयार रहने के लिए निर्देश दे दिए हैं, ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना का त्वरित समाधान किया जा सके।
आगे की प्रक्रिया
जिला प्रशासन ने कहा है कि बैठक के बाद ही यह तय होगा कि पटाखों की बिक्री किन मैदानों में और किन समय अवधि में होगी।
साथ ही, बिक्री के दौरान सुरक्षा मानकों और आग प्रतिबंध नियमों का पालन अनिवार्य होगा।
इस वर्ष देहरादून की दीपावली सुरक्षित और व्यवस्थित पटाखा बिक्री के साथ मनाने की तैयारी में है।