
चमोली: जनपद चमोली के दूरस्थ थराली क्षेत्र में 23 वर्षीय विवाहिता उर्मिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु के मामले ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना पर उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए स्वतः संज्ञान लिया है।
दो वर्ष पूर्व हुआ था विवाह, 11 माह का शिशु हुआ अनाथ
मिली जानकारी के अनुसार, मृतका उर्मिला का विवाह लगभग दो वर्ष पूर्व हुआ था और उसका 11 माह का एक शिशु भी है। बताया जा रहा है कि उसने आत्महत्या की, लेकिन यह जांच का विषय है कि क्या उसे आत्महत्या के लिए विवश या उकसाया गया।
पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने सास, ससुर, ननद और देवर के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है।

आयोग ने मांगी रिपोर्ट, निष्पक्ष जांच के निर्देश
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस प्रकरण को संवेदनशील मामला बताते हुए सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा
> “यह महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा गंभीर प्रश्न है। आयोग ने एसपी चमोली से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है और निर्देश दिए हैं कि मामले की निष्पक्ष व त्वरित जांच सुनिश्चित की जाए।”
अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि दोषियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा, और पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
दो सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश
कुसुम कण्डवाल ने पुलिस को निर्देश दिए कि पीड़िता के परिवार को कानूनी सहायता प्रदान की जाए, और जांच रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर आयोग को भेजी जाए।
उन्होंने आगे कहा
> “ऐसी घटनाएँ समाज के लिए कलंक हैं। हमें ऐसी मानसिकता के विरुद्ध एकजुट होकर खड़ा होना होगा ताकि भविष्य में कोई भी बेटी ऐसी पीड़ा न झेले।”
राज्य महिला आयोग ने कहा कि वह इस प्रकरण की सतत निगरानी करेगा और न्याय सुनिश्चित होने तक इसे प्राथमिकता पर रखेगा।