
देहरादून: भारतीय पत्रकार यूनियन (बीपीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद जोशी ने कहा कि संगठन पत्रकारों के हितों की रक्षा और उनकी पेशेवर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई नई योजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि यूनियन देशभर में पत्रकारों की आवाज़ को मज़बूती देने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठा रही है। इसी क्रम में देहरादून में जल्द ही प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें उत्तराखंड के सभी ज़िलों से पत्रकार प्रतिनिधि और यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे।
जोशी ने कहा कि आज के समय में पत्रकारिता चुनौतियों से भरा पेशा बन गया है। पत्रकार अक्सर आर्थिक, सामाजिक और मानसिक दबावों से जूझते हैं, लेकिन फिर भी समाज और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका ईमानदारी से निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, “पत्रकार केवल खबर नहीं लिखते, वे समाज की नब्ज़ को समझते हैं। इसलिए उनके हितों की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
आगामी बैठक में पत्रकारों की सुरक्षा, स्थायी मानदेय, बीमा योजना, पेंशन व्यवस्था और प्रशिक्षण कार्यक्रमों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। यूनियन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पत्रकारों को हर स्तर पर वह सम्मान, सुरक्षा और सुविधा मिले जिसके वे हकदार हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जोशी ने कहा कि यूनियन प्रदेश और ज़िला स्तर पर संगठन को और मज़बूत करेगी, ताकि ज़मीनी स्तर के पत्रकारों की समस्याओं को सीधे राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुँचाया जा सके। इसके साथ ही, डिजिटल मीडिया और ग्रामीण पत्रकारिता से जुड़े मुद्दों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक की तिथि और स्थान जल्द घोषित किए जाएंगे। यूनियन का उद्देश्य इस बैठक के माध्यम से पत्रकारों की आवाज़ को न केवल सुना जाए, बल्कि ऐसे ठोस नीतिगत निर्णय लिए जाएं जिनका असर पूरे देश के मीडिया जगत पर सकारात्मक रूप से दिखाई दे।
भारतीय पत्रकार यूनियन की यह पहल पत्रकारों के बीच नई उम्मीदें जगा रही है। देहरादून में होने वाली यह बैठक पत्रकारों की एकजुटता और उनके अधिकारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।