
देहरादून: लालढांग–चिलरखाल कांडी मार्ग की मांग को लेकर कोटद्वार से शुरू हुई पैदल यात्रा बुधवार को देहरादून पहुंची। इस यात्रा का नेतृत्व प्रवीण थापा और राम कंडवाल ने संयुक्त रूप से किया।
देहरादून पहुंचने पर इस यात्रा का उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। महानगर अध्यक्ष रामकुमार शंखधर के नेतृत्व में दिलाराम चौक पर आंदोलनकारियों का फूलमालाओं से स्वागत किया गया, साथ ही पुष्पवर्षा और तिलक कर उनका मनोबल बढ़ाया गया।
मोर्चा के महासचिव कर्नल कैलाश देवरानी भी यात्रा में शामिल रहे और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।

सैनिक प्रकोष्ठ के महासचिव राजेंद्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि यह विडंबना है कि जिस राज्य की स्थापना के लिए लोगों ने आंदोलन किया, आज उसी राज्य में सड़क और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए फिर से संघर्ष करना पड़ रहा है।
मोर्चा के कोषाध्यक्ष चित्रपाल सजवान ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के सपने अब भी अधूरे हैं और जनता की बुनियादी जरूरतों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद काला ने कहा कि राष्ट्रीय दलों की सरकारें इन परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने इन दलों को बार-बार अवसर दिया, लेकिन अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए आंदोलन करने की नौबत आ रही है। यह सरकार के रजत जयंती उत्सव की हकीकत उजागर करता है। काला ने कहा कि जनता अब पूरी तरह जागरूक है और आगामी चुनावों में सोच-समझकर मतदान करेगी।
महानगर अध्यक्ष (सैनिक प्रकोष्ठ) पूरन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा आगामी विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय दलों को कड़ी चुनौती देगा और जनता की आवाज को मजबूती से उठाएगा।
इस अवसर पर भरत सिंह रावत, अनिल डोभाल, समीर सजवान, संजीव शर्मा समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।