
देहरादून: वन्यजीव पर्यटन के लिए प्रसिद्ध राजाजी टाइगर रिजर्व का पर्यटन सीजन आज से आधिकारिक रूप से शुरू हो गया है। लंबे इंतजार के बाद सभी प्रमुख रेंज—मोतीचूर, चीला, रानीपुर और मोहंड—पर्यटकों के लिए खोल दी गई हैं। इन रेंजों को हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक जंगल सफारी, पक्षी अवलोकन और वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए आते हैं।
मोतीचूर रेंज में विशेष आयोजन
पर्यटन सीजन की शुरुआत के अवसर पर मोतीचूर रेंज में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद रेंज अधिकारी महेश सेमवाल और वार्डन सरिता भट्ट ने रिबन काटकर सफारी सीजन की विधिवत शुरुआत की।
डग्गामार वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध
पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीव संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मोतीचूर रेंज में डग्गामार (ओवरलोडेड/अनियमित) वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। रेंज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि केवल अधिकृत और निर्धारित मानकों के अनुरूप वाहन ही जंगल सफारी में उपयोग किए जाएंगे।
पर्यटकों के लिए आकर्षण
राजाजी टाइगर रिजर्व अपने समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यहां पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीवों में बाघ, हाथी, तेंदुआ, हिरण, घुरल, सांभर, जंगली सुअर और विभिन्न दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ शामिल हैं। यही कारण है कि यह रिजर्व उत्तर भारत के प्रमुख ईको-टूरिज्म डेस्टिनेशनों में से एक माना जाता है।
रिजर्व प्रशासन की अपील
रिजर्व प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे जंगल सफारी के दौरान सभी नियमों का पालन करें, निर्धारित ट्रैक ही उपयोग करें और वन्यजीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, ताकि वन संरक्षण और सुरक्षित पर्यटन सुनिश्चित किया जा सके।