
पिटकुल के प्रबंध निदेशक पी.सी. ध्यानी ने रविवार, 16 नवंबर 2025 को एडीबी वित्त पोषित विभिन्न उपसंस्थानो के सिविल निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की। बैठक में पिटकुल अधिकारियों और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को सभी निर्माण कार्य समयबद्ध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
समीक्षा के दौरान प्रबंध निदेशक ने निम्न निर्देश दिए:
31 दिसंबर 2025 तक पूर्ण होने वाले कार्य
220 केवी उपसंस्थान सेलाकुई
132 केवी उपसंस्थान लोहाघाट
इन दोनों उपसंस्थानो में सिविल निर्माण कार्य 31 दिसंबर 2025 तक पूरा कराने के निर्देश दिए गए ताकि इलेक्ट्रिकल उपकरणों की इंस्टॉलेशन/इरेक्शन की प्रक्रिया समय पर शुरू की जा सके और 26 जनवरी 2026 से पहले उपसंस्थान ऊर्जीकृत हो सकें।
31 जनवरी 2026 तक पूर्ण होने वाले कार्य
132 केवी उपसंस्थान खटीमा
132 केवी उपसंस्थान आराघर
132 केवी उपसंस्थान धौलाखेड़ा
220 केवी उपसंस्थान मंगलौर
इन उपसंस्थानो के सिविल निर्माण कार्य 31 जनवरी 2026 तक पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए गए, जिससे कि इनके इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन कार्य समय से हो सकें और 15 मार्च 2026 से पहले इन्हें ऊर्जीकृत किया जा सके।
ट्रांसफार्मर निरीक्षण के निर्देश
अधिशासी अभियंता सितारगंज को निर्देशित किया गया कि वे निर्माणाधीन उपसंस्थानो में लगाए जाने वाले ट्रांसफार्मरों के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए मैसर्स टेक्निकल एसोसिएट्स के सितारगंज प्लांट का स्थलीय दौरा करें।
कार्यदायी कंपनी मैसर्स फ्लोमोर को ट्रांसफार्मर इंस्पेक्शन शेड्यूल पिटकुल को भेजने के निर्देश दिए गए, ताकि ट्रांसफार्मर की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित की जा सके।
प्रबंध निदेशक ने सिविल निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को भी कहा।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
समीक्षा बैठक में प्रबंध निदेशक के साथ निम्न अधिकारी उपस्थित रहे:
मुख्य अभियंता (जनपद) जितेंद्र चतुर्वेदी
मुख्य अभियंता पंकज कुमार
अधीक्षण अभियंता (जनपद) प्रमोद ध्यानी
अधिशासी अभियंता महेश रावत
धर्मेंद्र डबराल
रणवीर सिंह
मैसर्स फ्लोमोर से अमित गोयल, ज
नरल मैनेजर
शत्रुंजय चतुर्वेदी, डिप्टी जनरल मैनेजर