
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कीवी को “भविष्य की खेती” बताए जाने के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने राज्य में कीवी का उत्पादन बढ़ाने के लिए तेजी से कदम बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार का मानना है कि पहाड़ी इलाकों की जलवायु कीवी उत्पादन के लिए बेहद उपयुक्त है और इसे बढ़ावा देकर किसानों की आमदनी में बड़ा इजाफा किया जा सकता है।
सरकार बनाएगी विस्तृत रोडमैप
कृषि एवं उद्यान विभाग मिलकर ऐसा रोडमैप तैयार कर रहे हैं, जिसके तहत राज्य के विभिन्न जिलों में किसानों को कीवी की व्यावसायिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सरकार जल्द ही ऐसी योजनाएं शुरू करने जा रही है, जिनसे किसानों को पौधरोपण से लेकर बाजार तक हर स्तर पर सहायता मिल सके।
किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग
सरकार कीवी की वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगी। विशेषज्ञ किसानों को पौधों की देखभाल, आधुनिक तकनीकों, सिंचाई प्रबंधन, छंटाई, रोग नियंत्रण और बागवानी के उन्नत तरीकों की जानकारी देंगे। इसके लिए फील्ड डेमोंस्ट्रेशन भी आयोजित किए जाएंगे ताकि किसान व्यावसायिक पैमाने पर बाग विकसित कर सकें।
उत्पादन और आय बढ़ाने पर जोर
बाजार में कीवी की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार का उद्देश्य उत्पादन दोगुना करना है। अधिकारियों का कहना है कि कीवी का बाजार मूल्य उच्च होने से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि संभव है। इसके साथ ही सरकार बाजार तक पहुंच आसान बनाएगी ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके और फसल बिचौलियों पर निर्भर न रहे।