
देहरादून: हरिद्वार में रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मचारी भगवान सिंह की हत्या के सनसनीखेज मामले का पुलिस और सीआईयू टीम ने खुलासा कर दिया है। हत्या किसी लिफ्ट मांगने वाले बदमाश ने नहीं, बल्कि भगवान सिंह के अपने बेटे यशपाल ने रची थी। आरोप है कि करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से बेटे ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पूरी साजिश तैयार की।
घटना के दिन यशपाल ने कंट्रोल रूम में सूचना दी थी कि वह पिता के साथ रोशनाबाद शादी में जा रहा था। जटवाड़ा पुल के पास एक व्यक्ति ने लिफ्ट मांगी और कार में बैठते ही भगवान सिंह को गोली मारकर फरार हो गया। इस सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स ने कहानी में कई विरोधाभास उजागर किए।
जांच में सामने आया कि यशपाल ने अपने दोस्त को ही पिता पर गोली चलाने के लिए बुलाया था। तीनों आरोपियों ने मिलकर घटना को लूट जैसा दिखाने की कोशिश की, ताकि शक न हो। पुलिस ने यशपाल सहित उसके दोनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल तमंचा भी बरामद कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार संपत्ति हड़पने की योजना काफी समय से बनाई जा रही थी और हत्या सुनियोजित तरीके से कराई गई।