
चमोली: हिमालय की ऊंची पहाड़ियों में बसे नीती घाटी में इस समय भीषण शीतलहर का प्रकोप जारी है। घाटी का तापमान लगातार गिरता हुआ माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। तीखी बर्फीली हवाएं और पाला गिरने से पूरा क्षेत्र सफेद चादर में ढका नजर आ रहा है।
झरने और गदेरे पूरी तरह जमे
कड़ाके की ठंड के चलते घाटी में बहने वाले गाड-गदेरे और छोटे झरने बर्फ में तब्दील हो गए हैं। पानी के जमने के बाद बनने वाली अद्भुत बर्फीली आकृतियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई हैं। इनमें प्राकृतिक रूप से बनी धारियां, परतें और लटकते हुए आइस फॉर्मेशन सोशल मीडिया पर भी खूब साझा किए जा रहे हैं।
बारिश न होने से कोरी ठंड में बढ़ोतरी
स्थानीय लोगों के अनुसार नवंबर के बाद से क्षेत्र में बारिश नहीं हुई है। ऐसे में पाला लगातार गिर रहा है, जिससे दिन में भी ठंड तेज महसूस हो रही है। रात के समय तापमान तेजी से नीचे गिरकर माइनस में पहुंच जाता है। कई गांवों में सुबह पानी की पाइपलाइनें जमने की वजह से जलापूर्ति भी प्रभावित हो रही है।
पर्यटकों की बढ़ रही आवाजाही
कठोर ठंड के बावजूद नीती घाटी में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से लोग यहां पहुंचकर
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जमे हुए झरनों
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बर्फीली चट्टानों
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और प्राकृतिक आइस स्कल्पचर्स
के खूबसूरत नजारे कैमरे में कैद कर रहे हैं। स्थानीय होटल और होमस्टे में भी इस मौसम में बुकिंग बढ़ने लगी है।
स्थानीय प्रशासन ने जारी की सावधानी सलाह
अत्यधिक ठंड को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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रात के समय बाहर निकलने से बचने
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गर्म कपड़ों का प्रयोग करने
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और वाहनों में आवश्यक उपकरण साथ रखने
की अपील की गई है। ऊंचाई वाले इलाकों में सड़कें जमने से फिसलन की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दियों में नीती घाटी का आकर्षण
नीती घाटी हर साल सर्दियों में अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण चर्चा में रहती है। जमी हुई नदियां, बर्फीली घाटियां और हिमालयी दृश्यों का अनोखा संगम इसे रोमांच प्रेमियों के लिए खास बनाता है।