
The 11-day fair of Da Malangiya Arts concludes,
People dance a lot on the performance of The Band
देहरादून। दा मलंगिया आर्ट्स की ओर से आयोजित 11 दिवसीय मेले का मंगलवार की रात को धूमधाम के साथ समापन हो गया है। मेले में लोगों के द्वारा खूब खरीददारी की और इस 11 दिवसीय मेले के दौरान रोजाना रात्रि के समय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसका लोगों ने भरपूर आनंद उठाया।
मेले में आए लोगों ने पहाड़ के अलावा अन्य राज्यों से आए लोगों के व्यंजनों को खाकर लुफ्त उठाया। रेसकोर्स स्थित श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज में आयोजित मलंगियां आर्ट्स में मंगलवार की रात दी बैडस द्वारा दिल तू आवारा, ना जाने किस पर आएगा, केसरिया तेरा इश्क है पिया, बाते जरूरी हैं तेरा मिलना भी जरूरी, चला जाता हूं किसी की धुन में और जरा सी दिल में दे जगह तू जैसे गाने गाकर सबको झूमा दिया।
इस दौरान बैंड ने प्रस्तुति में ऐसा तडका लगाया कि श्रोता देर तक झूमते नजर आए। इसके साथ ही मंगलवार की रात को यादगार बना दिया। आयोजक ऋषि कुमार झा ने बताया कि 11 दीवारय मेले का धूमधाम के साथ समापन हो गया है ।उन्होंने प्रदेश की जनता का आभार जताया और कहा जो प्यार उन्हें देहरादून में मिला,उसके लिए वे शुक्रगुजार हैं। इस मौके पर सिनमिट कम्युनिकेशंस के डायरेक्टर दलीप सिंधी, राजीव मित्तल आदि मौजूद रहे।
दा मलंग आर्टस में इन राज्यों ने किया प्रतिभाग
20 से ज्यादा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 300 दस्तकार ,शिल्पकार, कारीगर अपने स्वदेशी हस्त निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी व बिक्री के लिए यहां आए थे।इस इवेंट में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, नागालैंड,मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गोवा, पंजाब, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र , छत्तीसगढ़ व अन्य इलाकों से कारीगर अपने लकड़ी, बांस ब्रास, शीशे, कपड़े, कागज मिट्टी आदि के कारीगर शानदार उत्पाद लेकर दून पहुंचे हुए थे। इसके साथ-साथ अलग-अलग राज्यों के पकवानों का स्वाद भी दा मलंग में मिला।
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अंतिम दिन मेले में रही खूब भीड, खरीदारी से दुकानदारों के चेहरे खिले
मंगलवार को मेले के अंतिम दिन मेले में खूब भीड़ रही। लोगों ने जमकर खरीदारी की। इस मौके पर ऊनी कपड़ों संग आचार आदि की भी खूब बिक्री हुई। मेले में शादी विवाह के साथ ही घरेलू सामान की जमकर खरीदारी लोगों ने की। मेले में शुद्ध घी से बना लिट्टी चोखा बेहद पसंद किया गया।