उत्तराखंड महिला आयोग की कार्रवाई: नाबालिग दुष्कर्म मामले में सख्त रुख

ऋषिकेश: ऋषिकेश में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने स्वयं पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
मामले का विवरण
ऋषिकेश शहर में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद महिला आयोग ने तुरंत कार्रवाई में हिस्सा लिया। पीड़िता के परिजनों के अनुसार, आरोपी ने इंस्टाग्राम के माध्यम से नाबालिग को अपनी बातों में फंसाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
ऋषिकेश पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी युवकों को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।
महिला आयोग की कार्रवाई
महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने पीड़िता परिवार से मिलने के साथ-साथ एसपी देहात जया बलूनी से फोन पर बात कर निम्नलिखित निर्देश दिए हैं:
- ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे बाहरी लोगों का सघन सत्यापन अभियान चलाना
- संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई करना जो बाहर से आकर स्थानीय माहौल बिगाड़ रहे हैं
- नाबालिगों को निशाना बनाने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
दूसरे मामले में भी कार्रवाई
रायवाला थाना क्षेत्र में एक और नाबालिग के लापता होने के मामले में भी महिला आयोग ने कार्रवाई की है। इस मामले में रायवाला निवासी एक युवक ने डोईवाला क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी को बहलाकर भगा लिया था। पुलिस ने नाबालिग को गाजियाबाद से बरामद कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
माता-पिता के लिए अपील
महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने समाज से अपील करते हुए कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की निरंतर निगरानी करनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि:
- बच्चों के सोशल मीडिया कनेक्शन की जानकारी रखें
- उनके दोस्तों और संपर्कों के बारे में जानकारी रखें
- बच्चों को “गुड टच” और “बैड टच” की जानकारी अवश्य दें
- नासमझ बच्चों को बहकावे से बचाने के लिए उचित मार्गदर्शन दें
इस घटना से पता चलता है कि सोशल मीडिया के माध्यम से नाबालिगों को निशाना बनाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसके लिए न सिर्फ कानूनी कार्रवाई बल्कि सामाजिक जागरूकता भी आवश्यक है।