देहरादून
शुक्रवार को सोशल बलूनी स्कूल में उत्तराखण्ड लोक विरासत महोत्सव का आयोजन हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य उत्तराखण्ड की मूल संस्कृति, इसके कलाकारों और पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों को प्रोत्साहित और लोकप्रिय बनाना है। इस वर्ष आयोजन के तहत राज्य के विभिन्न जिलों की क्षेत्रीय पोशाकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। उद्योग विभाग के पूर्व निदेशक सुधीर नौटियाल ने कहा कि विभिन्न जिलों में अलग-अलग लोक कलाएं हैं और इस आयोजन से लोगों को सभी जिलों की लोक संस्कृति को एक ही स्थान पर देखने का अवसर मिलेगा।