
राजपुर रोड पर साईं मंदिर के पास एक तेज़ रफ्तार मर्सिडीज कार ने छह लोगों को कुचल दिया, जिसमें चार की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हैं।
चंडीगढ़ नंबर प्लेट वाली मर्सिडीज कार काफी तेज़ गति से दौड़ रही थी। अचानक ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और कार फुटपाथ पर चल रहे पैदल यात्रियों और एक स्कूटी सवार को रौंदते हुए बिजली के खंभे से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सड़क पर चीख-पुकार मच गई और स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े।
इस सड़क को पहले से ही दुर्घटना संभावित क्षेत्र घोषित किया गया था। वहां एक तख्ती भी लगी है, जो अंधेरे में गुम हो जाती है। दुर्भाग्य से, हादसा ठीक इसी तख्ती के सामने हुआ। नियमों के अनुसार, अब इस जगह को ब्लैक स्पॉट घोषित किया जाएगा, मगर इसका सुधार कब होगा, यह सवाल अंधेरे में ही छिपा हुआ है।
हर हादसे के बाद सिस्टम की आंख खुलने की उम्मीद की जाती है, मगर इस बार भी अंधेरा कब छंटेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं। चार ज़िंदगियों की कीमत पर अगर इस सड़क पर रोशनी आ भी गई, तो क्या इसे इंसाफ़ कहा जाएगा? या फिर रोशनी के इंतज़ार में कोई और जान अंधेरे में खो जाएगी?
मृतकों और घायलों की पहचान
पुलिस ने मृतकों और घायलों की पहचान कर ली है:
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मृतक:
- मंषाराम (30), अयोध्या, उत्तर प्रदेश।
- रंजीत (35), अयोध्या, उत्तर प्रदेश।
- दो अज्ञात व्यक्ति (जिनकी पहचान जारी है)।
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घायल:
- धनीराम (हरदोई, उत्तर प्रदेश), जो साईं मंदिर के पास रहते हैं।
- मो. शाकिब (बिहार), उत्तरांचल अस्पताल के पास रहते हैं।
आने वाला वक्त ही बताएगा कि इस हादसे के बाद सिर्फ मोमबत्तियां जलेंगी या फिर सड़क पर भी रोशनी आएगी।