
पंजाब – लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने शानदार जीत हासिल की है। अरोड़ा ने पहले राउंड से ही बढ़त बनाई और इसे अंतिम राउंड तक कायम रखा। यह उपचुनाव विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था।
मतदान के परिणाम
उपचुनाव में आप के संजीव अरोड़ा को 35,179 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 24,542 मत मिले। भाजपा के जीवन गुप्ता को 20,323 वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे। शिअद के परउपकार सिंह घुम्मण को 8,203 वोट मिले, जबकि 793 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना।
संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के उम्मीदवार से 10,637 मतों के अंतर से जीत हासिल की, जो आप के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विजय है।
इस उपचुनाव में आप के शीर्ष नेतृत्व ने व्यक्तिगत रूप से अभियान का नेतृत्व किया था। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इस चुनाव की कमान संभाली थी। उनकी सक्रिय उपस्थिति और अभियान ने पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संजीव अरोड़ा की जीत के बाद अब राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई है, जिससे आप के वरिष्ठ नेता के राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ हो गया है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि पंजाब से राज्यसभा की यह सीट किसे मिलेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस राज्यसभा सीट के लिए पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल या पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया की एंट्री की प्रबल संभावना है। दोनों ही नेता पार्टी के वरिष्ठ और प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं, जो राज्यसभा में पार्टी की आवाज को मजबूत बना सकते हैं।
लुधियाना पश्चिम की यह जीत आप के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
रणनीतिक लाभ: यह जीत आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की स्थिति को मजबूत बनाती है और पंजाब में आप की जमीनी स्थिति को दर्शाती है।
केंद्रीय स्तर पर प्रभाव: राज्यसभा सीट के माध्यम से पार्टी के वरिष्ठ नेता को राष्ट्रीय राजनीति में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।
पार्टी संगठन का मजबूतीकरण: यह जीत पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाएगी और संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत बनाएगी।
लुधियाना पश्चिम की इस जीत से आप ने साबित कर दिया है कि पंजाब में उसकी पकड़ मजबूत है और आगामी राजनीतिक चुनौतियों के लिए पार्टी तैयार है।