
शाहजहांपुर/जलालाबाद: भारत की वायुसेना ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे पर बने एयर स्ट्रिप पर एक भव्य युद्धाभ्यास (एयर शो) का आयोजन किया। इस दौरान अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों राफेल, सुखोई, मिराज, मिग-29 और जगुआर ने रनवे पर टचडाउन किया, तो वहीं ट्रांसपोर्ट और हेलिकॉप्टर यूनिट्स ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। यह आयोजन देश की सुरक्षा रणनीति और आपातकालीन स्थितियों में वैकल्पिक रनवे के उपयोग की तैयारियों की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
पहली बार किसी एक्सप्रेसवे पर नाइट लैंडिंग
इस युद्धाभ्यास की खास बात यह रही कि दिन के साथ-साथ रात में भी फाइटर जेट्स की लैंडिंग कराई गई। यह पहली बार है जब किसी भारतीय एक्सप्रेसवे पर रात के समय फाइटर जेट्स की लैंडिंग की गई है। जलालाबाद के पीरू गांव के पास बनाई गई 3.5 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप को वायुसेना ने अपने अधिकार क्षेत्र में लेते हुए इस एयर शो का आयोजन किया। इस विशेष आयोजन के चलते कटरा-जलालाबाद हाईवे को करीब तीन घंटे के लिए पूरी तरह से बंद रखा गया।
हवाई पट्टी का सामरिक महत्व
गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी यह एयर स्ट्रिप देश की पहली ऐसी हवाई पट्टी है, जहां फाइटर जेट्स दिन और रात दोनों समय लैंडिंग कर सकते हैं। युद्ध या प्राकृतिक आपदा जैसे हालात में इसे वैकल्पिक रनवे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। सुरक्षा के लिहाज से एयर स्ट्रिप के दोनों छोर पर करीब 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
शुरुआत एएन-32 की लैंडिंग से
शुक्रवार दोपहर लगभग 12:41 बजे सबसे पहले वायुसेना का ट्रांसपोर्ट विमान एएन-32 आया, जिसने करीब 5 मिनट तक आसमान में चक्कर लगाने के बाद सफलतापूर्वक लैंडिंग की। एक बजे यह विमान टेकऑफ कर गया। इसके बाद सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस, एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर और विभिन्न लड़ाकू विमानों ने एक के बाद एक लैंडिंग कर रोमांचक प्रदर्शन किया।
आसमान में गर्जे फाइटर जेट्स
करीब डेढ़ घंटे तक चले इस एयर शो के दौरान राफेल, सुखोई-30 एमकेआई, मिराज-2000, मिग-29 और जगुआर जैसे फाइटर जेट्स ने हवा में शानदार कलाबाजियां कीं और फिर रनवे पर टचडाउन किया। इनके साथ-साथ एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर और सुपर हरक्यूलिस जैसे मल्टीपर्पज एयरक्राफ्ट्स ने भी एयर शो में भाग लिया।
प्रमुख विमानों की विशेषताएं:
1. राफेल – अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, मेटेओर मिसाइल से लैस, सभी मौसमों में ऑपरेशन के लिए सक्षम।
2. एसयू-30 एमकेआई – भारत-रूस द्वारा विकसित ट्विन-सीटर फाइटर, लंबी दूरी की स्ट्राइक और ब्रह्मोस मिसाइल की क्षमता।
3. मिराज-2000 – फ्रेंच फाइटर जेट, हाई-स्पीड डीप स्ट्राइक और न्यूक्लियर सक्षम।
4. मिग-29 – तेज गति, ऊंची उड़ान और रडार चकमा देने की कुशलता वाला विमान।
5. जगुआर – ग्राउंड अटैक व एंटी-शिप मिशन में दक्ष।
6. सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस – स्पेशल फोर्सेज की तैनाती, राहत व बचाव अभियानों में अहम भूमिका।
7. एएन-32 – ऊंचाई वाले इलाकों में सैनिकों और उपकरणों की ढुलाई के लिए आदर्श।
8. एमआई-17 वी5 – रेस्क्यू, मेडिकल एवेकुएशन, मानवीय सहायता के लिए बहुउद्देशीय हेलिकॉप्टर।
मौसम ने बढ़ाया रोमांच
शुक्रवार सुबह शाहजहांपुर में तेज आंधी और बारिश की वजह से एयर शो की संभावित स्थगन की चर्चा रही, लेकिन जलालाबाद क्षेत्र में मौसम अपेक्षाकृत अनुकूल बना रहा। मौसम ठीक होते ही प्रशासन ने तेजी से तैयारियों को अंतिम रूप दिया और एयर शो निर्धारित समय पर शुरू हुआ।
स्थानीय जनता और स्कूली बच्चों में उत्साह
एयर शो के दौरान बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, स्थानीय लोग और रक्षा प्रेमी मौजूद रहे। लड़ाकू विमानों की गर्जना और कलाबाजियां देखकर सभी रोमांचित हो उठे। इस आयोजन ने न केवल वायुसेना की तैयारियों का प्रदर्शन किया, बल्कि आम जनता को भी देश की सैन्य ताकत से रूबरू कराया।
गंगा एक्सप्रेसवे का दायरा
गंगा एक्सप्रेसवे कुल 594 किलोमीटर लंबा है और मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक जाएगा। शाहजहांपुर जिले में यह एक्सप्रेसवे 44 गांवों से होकर गुजरता है और यहां इसकी लंबाई लगभग 42 किमी है।
जनता के लिए नवंबर से खुलेगा एक्सप्रेसवे
बताया जा रहा है कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद इसका लोकार्पण कर आम जनता के लिए खोला जाएगा।
गंगा एक्सप्रेसवे पर वायुसेना द्वारा किया गया यह अभूतपूर्व एयर शो न केवल भारत की सामरिक तैयारियों का उदाहरण है, बल्कि यह भविष्य में आने वाले समय के लिए रणनीतिक सुरक्षा ढांचे की एक मजबूत नींव भी है। इस अभ्यास ने यह साबित कर दिया है कि भारत हर मोर्चे पर चौकस और तैयार है।