INDIA

हरियाणा: नूंह में पकड़ा गया पाकिस्तानी एजेंट नेटवर्क, दो जासूस गिरफ्तार

तावडू से तारीफ की गिरफ्तारी, फोन में मिले गद्दारी के सबूत

हरियाणा :  नूंह जिले से एक और बड़ा जासूसी कांड सामने आया है। पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में एक और व्यक्ति को पकड़ा है। तावडू उपमंडल के कांगरका गांव निवासी तारीफ को पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी भेजने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।

यह दूसरी गिरफ्तारी है – इससे पहले राजाका गांव से अरमान को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। तारीफ पर आरोप है कि उसने भारतीय रक्षा गतिविधियों से संबंधित गुप्त सूचनाएं पाकिस्तान उच्चायोग को उपलब्ध कराईं।

संयुक्त ऑपरेशन में मिली सफलता

हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर यह सफल ऑपरेशन चलाया। तावडू के कांगरका गांव से हनीफ के पुत्र तारीफ को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई अरमान की गिरफ्तारी के दो दिन बाद की गई।

व्हाट्सएप से भेजी जा रही थी गुप्त जानकारी

जांच में पता चला कि तारीफ व्हाट्सएप के माध्यम से भारतीय सेना की गतिविधियों और रक्षा तैयारियों की गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के दो कर्मचारियों को भेज रहा था।

नूंह पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, राजकीय गुप्तता अधिनियम 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें आरोपी तारीफ के साथ ही पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच और जाफर भी शामिल हैं।

लंबे समय से चल रहा था जासूसी का धंधा

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर पता चला कि तारीफ काफी समय से भारतीय सेना और रक्षा क्षेत्र की संवेदनशील जानकारी शत्रु देश को भेज रहा था। वह लोगों को पाकिस्तान वीजा दिलवाने का भी काम करता था।

बावला राधा स्वामी सत्संग के पास से पकड़ा गया

चंडीगढ़ स्पेशल पुलिस फोर्स और केंद्रीय जांच एजेंसी की संयुक्त कार्रवाई में तावडू सीआईए और सदर थाने की पुलिस ने मिलकर तारीफ को रविवार देर शाम बावला राधा स्वामी सत्संग के निकट से गिरफ्तार किया।

पकड़े जाने से पहले तारीफ ने अपने मोबाइल से कुछ चैटिंग डिलीट करने की कोशिश की थी। फिर भी जांच में उसके फोन से पाकिस्तानी नंबरों से हुई चैट, तस्वीरें, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की फोटो मिलीं।

पैसे के बदले बेची थी देश की सुरक्षा

पूछताछ में खुलासा हुआ कि तारीफ दो अलग सिम कार्ड के जरिए पाकिस्तानी संपर्कों से लगातार जुड़ा रहता था। वह पाकिस्तान उच्चायोग दिल्ली के कर्मचारी आसिफ बलोच को भारत की सैन्य गतिविधियों और खुफिया सूचनाओं की जानकारी देता था।

इसके बदले आसिफ बलोच उसे पैसे देता था। आसिफ बलोच के तबादले के बाद उसका संपर्क दूसरे कर्मचारी जाफर से हुआ, जिसे भी वह गुप्त सूचनाएं देता रहा।

देश की सुरक्षा को पहुंचाया खतरा

तारीफ के इस कृत्य से देश की अखंडता, एकता और राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचा है। तावडू सदर थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।

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