
उत्तराखंड
Congress में पतझड़:इस्तीफों की बौछार तेज:दो पूर्व MLA विजयपाल-मालचंद ने थामा BJP का दामन:पूर्व मंत्री हरक की बहू अनुकृति का भी `हाथ’ को Bye-Bye:अफसरों को बैठकों-Reports तैयार करने से चुनाव ख़त्म होने तक मुक्ति
CM Pushkar Singh Dhami-सभी 5 सीटें जीतने का लक्ष्य
चुनाव आयोग ने आज लोकसभा चुनावों का ऐलान करते हुए कहा कि उत्तराखंड में अन्य 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सीटों (Total-102) के साथ पहले ही Phase में 19 अप्रैल को Voting होगी.7 Phase में मतदान के बाद 4 June को नतीजे घोषित किए जाएंगे.चुनावों की घोषणा के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई.CM पुष्कर के सामने पिछली बार की तरह BJP को राज्य की सभी 5 सीटों पर भगवा फहराने की चुनौती Electoral Bond विवाद के दौर में कठिन मानी जा रही है.मुख्य विपक्षी दल Congress का खून उसके यहाँ लगातार हो रहे इस्तीफों से सूखा हुआ है.आज भी उसके दो पूर्व MLAs विजयपाल सजवाण और मालचंद उसको धता बता के कमल के फूल पर सवार हो गए.ED की कार्रवाई में घिरे पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की बहू तथा पूर्व Miss Asia-Pacific Contestant अनुकृति गुसाईं ने भी उसको Bye-Bye कर दिया.
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19 व 26 अप्रैल—7-13-20-25 मई-1 जून को मतदान होंगे.4 जून (एक साथ मतगणना) को EVM में बंद प्रत्याशियों-पार्टियों की तकदीर का पिटारा खुलेगा.20 जून को सबसे कम 49 सीटों पर मतदान होंगे.चुनावों की घोषणा के साथ ही देश भर में आचार संहिता लगा दी गई है.अब मंत्री-CM-PM सरकारी बैठकें नहीं कर सकेंगे.नई विकास-कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा से दूर रहेंगे.राजनीतिक कार्यों को अंजाम देते समय वे सरकारी वाहन भी Use नहीं कर सकेंगे.
चुनावों के ऐलान के साथ ही अब सियासी तापमान और चढ़ जाएगा.Congress इस बार अच्छे प्रदर्शन और कुछ सीट जीतने की आस लगाए हुए हैं.उसको लेकिन झटके पर झटके लग रहे हैं.आज भी उसके दो पूर्व MLA विजयपाल सजवाण और मालचंद ने पार्टी छोड़ BJP में विधिवत प्रवेश कर लिया.BJP के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में इसकी औपचारिकता पूरी हुई.
पिछली BJP सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं ने भी आज इस्तीफ़ा दे दिया.उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया.माना जा रहा है कि वह गेरुआ ओढ़नी ओढ़ सकती हैं.अनुकृति को प्रखर वक्ता और तेज-तर्रार युवा नेत्रियों में शुमार किया जाता रहा है.उन्होंने अपना अगला कदम साफ़ नहीं किया है लेकिन संभावनाओं के मुताबिक उनकी BJP में किसी भी वक्त Entry हो सकती है.BJP से हरी झंडी मिलने के बाद ही उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया.
ऐसा समझा जा रहा है कि BJP उनके ग्लैमर और भाषण कौशल का इस्तेमाल युवा वोटरों को लुभाने की खातिर बतौर युवा सितारा प्रचारक कर सकती है.कांग्रेस में Exit Gate तलाशने की भगदड़ तेज है.ऐसे माहौल में CM पुष्कर के सामने पौड़ी-टिहरी-हरिद्वार-नैनीताल-अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ सीट जीत के फिर पाँचों गढ़ पर BJP का झंडा फहरा देने की चुनौती है.
मोदी का उत्तराखंड में असर होने के बावजूद सियासी समीक्षकों का मानना है कि कम से कम 2 सीटें ऐसी हैं, जहाँ BJP-PM-CM को Extra Efforts फतह हासिल करने के लिए करना होगा.पुष्कर ने खटीमा की जंग में मीर जाफरी-जयचंदी वार सहने के बाद सबक लेते हुए फिर हर एक छोटी-बड़ी जंग विरोधियों को नेस्तनाबूद करते हुए BJP के हिस्से में शानदार ढंग से डाली है.
इस बार लोकसभा महासमर PM नरेंद्र मोदी के लिए बेहद कांटे की मानी जा रही है.हालात साल-2019 की तरह एकदम आसान और चुनौती विहीन नहीं समझे जा रहे हैं.ऐसी सूरत में पुष्कर की तरफ से मोदी को देवभूमि से 5 सीटों का नजराना खुद उनको उत्तराखंड के साथ ही केन्द्रीय BJP में भी शक्तिशाली बनाएगा.