उत्तराखंड में मौनपालन बना किसानों की आय का नया जरिया: कृषि मंत्री गणेश जोशी
ऋषिकेश में प्रदेशीय मौनपालन परिषद के उपाध्यक्ष गिरीश डोभाल के कार्यालय का कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन

ऋषिकेश: कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को ऋषिकेश के हनुमंतपुरम गंगा नगर में प्रदेशीय मौनपालन परिषद के उपाध्यक्ष गिरीश डोभाल के कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत फलदार पौधे का रोपण किया और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री जोशी ने कहा कि मौनपालन उत्तराखंड में किसानों की आय बढ़ाने का सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। शहद और सह-उत्पादों से जहां किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही है, वहीं परागण के माध्यम से फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य का 65% भूभाग वनाच्छादित है, जिससे मौनपालन की अपार संभावनाएं हैं। यह केवल शहद उत्पादन तक सीमित न होकर कृषि और बागवानी में भी लाभकारी साबित हो रहा है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल राज्य में लगभग 8000 मधुमक्खी पालक 95,000 कॉलोनियों का संचालन कर रहे हैं, जिससे हर साल करीब 1900 टन शहद का उत्पादन हो रहा है। बद्रीनाथ क्षेत्र की वन तुलसी से तैयार शहद की मांग लगातार बढ़ रही है। इस समय उत्तराखंड देश में शहद उत्पादन के मामले में नौवें स्थान पर है।
मंत्री जोशी ने यह भी जानकारी दी कि केंद्र सरकार के राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के तहत किसानों को सब्सिडी पर बी-बॉक्स, उपकरण और प्रशिक्षण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। महिलाओं और लघु कृषकों को प्राथमिकता के साथ प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने भविष्य में मौनपालन को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने की योजना का भी संकेत दिया।
इस अवसर पर मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश की कृषि योजनाओं के लिए ₹3800 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति देने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल, मेयर शंभु पासवान, निदेशक महेंद्र पाल, डॉ. रतन कुमार, रविन्द्र राणा, मनोज ध्यानी, पंकज गुप्ता सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।