भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेश राठौर को पार्टी से किया निष्कासित, प्रेम प्रसंग और विवादित विवाह बने कारण

देहरादून: उत्तराखंड भाजपा ने अपने पूर्व विधायक सुरेश राठौर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी ने यह कार्रवाई अनुशासनहीनता और सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के चलते की है।
सुरेश राठौर वर्ष 2017 में भाजपा के टिकट पर हरिद्वार जिले से विधायक चुने गए थे। वे संत समाज से भी जुड़े रहे हैं और उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त है। साथ ही वे धार्मिक आयोजनों में भागवत कथा वाचन भी करते रहे हैं।
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से सुरेश राठौर का नाम एक महिला के साथ प्रेम संबंधों को लेकर लगातार चर्चा में रहा। सोशल मीडिया पर उनके प्रेमिका के साथ कई बार फोटो और वीडियो वायरल हुए, जिससे पार्टी की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा।
हाल ही में सुरेश राठौर ने बिना वैधानिक रूप से तलाक लिए सार्वजनिक रूप से उक्त महिला से विवाह कर लिया। इस पर भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन पार्टी उनके उत्तर से संतुष्ट नहीं हुई।
इसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया। पार्टी ने साफ किया है कि वह किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता और सार्वजनिक मर्यादा के उल्लंघन को स्वीकार नहीं करेगी।