Chardham Yatra 2025: परिवहन विभाग तैयारियों में जुटा, सख्त होगी चेकिंग, वाहनों में GPS डिवाइस लगाने पर भी जोर

चारधाम यात्रा 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इसी सिलसिले में आज देहरादून में परिवहन विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता नोडल अधिकारी (यात्रा) एवं संभागीय परिवहन अधिकारी, देहरादून सुनील शर्मा ने की।
बैठक में परिवहन विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून, रुड़की और विकासनगर के सहायक संभागीय परिवहन
अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा, विभिन्न परिवहन यूनियनों के पदाधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।
चारधाम यात्रा के दौरान सुचारू परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। आइए जानते हैं प्रमुख मुद्दे:
1. यात्रा के लिए बसों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करना।
2. ग्रीन कार्ड प्रणाली लागू करना।
3. परिवहन चेकपोस्टों की स्थापना और स्टाफ की तैनाती।
4. ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग रोकने के लिए सख्त चेकिंग।
5. वाहन चालकों की एल्कोमीटर से जांच।
6. संयुक्त रोटेशन समिति की स्थापना कर बसों का नियमित संचालन।
7. चालकों के लिए ड्रेसकोड लागू करना।
8. पर्वतीय क्षेत्रों में सुरक्षित और मानकों के अनुरूप वाहनों का ही संचालन।
9. यात्रियों की सुविधा के लिए वाहनों में डस्टबिन की अनिवार्यता।
10. किराया दरों की पारदर्शिता के लिए प्रचार-प्रसार।
बैठक में परिवहन यूनियनों ने भी अपनी मांगें रखीं, जिनमें ट्रेवल एजेंटों का सत्यापन, अनधिकृत वाहनों पर कार्रवाई, ट्रिप कार्ड की ऑफलाइन व्यवस्था,
अस्थायी परमिट की ऑनलाइन सुविधा, और बाहरी राज्यों के वाहनों के लिए 15 दिनों का ग्रीन कार्ड जारी करने की मांग शामिल थी।
इसके अलावा, यूनियन पदाधिकारियों ने चारधाम यात्रा मार्गों पर गलत पार्किंग के कारण लगने वाले जाम की समस्या का समाधान करने की अपील भी की।
बैठक में नोडल अधिकारी सुनील शर्मा ने सख्त निर्देश दिए कि यात्रियों से तय किराए से अधिक शुल्क न लिया जाए, ओवरलोडिंग न की जाए और परमिट
नियमों का सख्ती से पालन हो। जो वाहन नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, ऋषिकेश और हरिद्वार में टूर एंड ट्रेवल एजेंटों का सत्यापन करने और अवैध रूप से संचालित वाहनों पर कार्रवाई के भी आदेश दिए गए।