
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकेश में ‘आइकॉनिक सिटी ऋषिकेश राफ्टिंग बेस स्टेशन’ का शिलान्यास कर पर्यटन और बुनियादी ढांचे को नई गति देने का कार्य किया। गंगा कोरिडोर परियोजना के प्रथम चरण के अंतर्गत बनने वाला यह राफ्टिंग बेस स्टेशन शिवपुरी से मुनिकीरेती तक विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए 100 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता स्वीकृत की है और इस परियोजना को अगले दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने बहुमंजिला कार पार्किंग और विभिन्न विभागीय कार्यालयों के संयुक्त भवन की आधारशिला भी रखी। एमडीडीए द्वारा 136 करोड़ रुपये की लागत से नगर निगम ऋषिकेश की भूमि पर यह निर्माण किया जाएगा। करीब 10,441 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाली इस पार्किंग में 1,038 वाहनों की सुविधा होगी और इसमें नगर निगम, जल संस्थान और यूपीसीएल के कार्यालय भी शामिल होंगे। इस भवन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिनमें अग्निशमन सुरक्षा, सीसीटीवी निगरानी, वर्षा जल संचयन, सोलर लाइट, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम और लिफ्ट जैसी व्यवस्थाएं होंगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम क्षेत्र में 1.51 करोड़ रुपये की लागत से बने विभिन्न कार्यों का लोकार्पण भी किया। उन्होंने पर्यावरण मित्रों को मेडिकल किट और यात्री मित्रों को किट वितरित की। साथ ही, हाइड्रोजेल आधारित वॉटरलेस टॉयलेट का उद्घाटन भी किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राफ्टिंग बेस स्टेशन के निर्माण से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और ऋषिकेश को एक अंतरराष्ट्रीय रिवर राफ्टिंग हब के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। इस स्टेशन में पर्यटकों की सुविधा के लिए आरामदायक प्रतीक्षालय और नदी किनारे बोर्डवॉक का भी निर्माण किया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से राफ्टिंग मार्गों पर रियल टाइम मॉनिटरिंग, सीसीटीवी कैमरे, एसओएस अलार्म और इमरजेंसी सहायता स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे।
ट्रैफिक प्रबंधन की दिशा में बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1,000 से अधिक वाहनों की पार्किंग व्यवस्था से विशेषकर चारधाम यात्रा के दौरान जाम की समस्या में सुधार आएगा। साथ ही, सभी संबंधित कार्यालय एक ही छत के नीचे होने से आम लोगों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी को विस्तार देने के साथ राज्य में बुनियादी ढांचे को सशक्त किया जा रहा है। चारधाम सड़क परियोजना और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।
उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में 1,600 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन का विश्वस्तरीय विकास, ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव तक रोपवे निर्माण, 557 करोड़ की जल आपूर्ति परियोजना और 183 करोड़ रुपये की सीवर लाइन योजना शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने भविष्य की योजनाओं पर बोलते हुए कहा कि जब ऋषिकेश में विश्वस्तरीय राफ्टिंग सुविधा, रोपवे और शटल सेवाएं उपलब्ध होंगी, तो यह पर्यटन के लिए और अधिक आकर्षण का केंद्र बनेगा। इससे स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि साल में एक दिन तिरंगे के साथ गंगा में सामूहिक राफ्टिंग कर देशभक्ति का संदेश फैलाएं।
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, विधायक श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, श्रीमती रेणु बिष्ट, मेयर श्री शंभु पासवान, प्रमुख सचिव श्री मीनाक्षी सुंदरम, कमिश्नर गढ़वाल श्री विनय शंकर पांडे, जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, एमडीडीए उपाध्यक्ष श्री बंशीधर तिवारी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।