एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट पर नागरिक उड्डयन मंत्री का बयान

नई दिल्ली : अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने शनिवार को महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया दी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक शुरुआती जांच रिपोर्ट है और एएआईबी की अंतिम रिपोर्ट आने तक कोई भी आधिकारिक निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए।
हादसे की विभीषिका और नुकसान
12 जून के दिन अहमदाबाद में हुआ यह विमान हादसा देश के विमानन इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में से एक बना। इस भीषण हादसे में कुल 260 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 229 यात्री, 12 क्रू सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे। इस त्रासदी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया और विमानन सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चर्चा शुरू हो गई।
मंत्रालय का गहन विश्लेषण जारी
मंत्री नायडू ने बताया कि मंत्रालय प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आई बातों का गहराई से विश्लेषण कर रहा है। उन्होंने कहा कि एएआईबी एक स्वतंत्र संस्था है और सरकार उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है। मंत्री ने उम्मीद जताई कि अंतिम रिपोर्ट जल्द आएगी ताकि किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
पायलटों और क्रू की सराहना
अपने बयान में राम मोहन नायडू ने भारतीय विमानन क्षेत्र के पायलटों और क्रू की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन पायलट और क्रू हैं, जो हमारी एविएशन इंडस्ट्री की रीढ़ हैं। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उड्डयन सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस रिपोर्ट पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट चौंकाने वाली है और कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े करती है। हुसैन ने बताया कि रिपोर्ट से पता चलता है कि विमान के इंजन को ईंधन नहीं मिल रहा था, जो बहुत गंभीर और चिंताजनक बात है। उन्होंने कहा कि इससे कई स्तरों की जांच की जरूरत सामने आती है।
सरकार ने आश्वासन दिया है कि हादसे से जुड़े सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है और अंतिम रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मंत्रालय का यह स्टैंड स्पष्ट करता है कि सरकार पारदर्शिता और न्याय के सिद्धांतों पर चलते हुए इस मामले में सभी तथ्यों को सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध है।