देहरादून मास्टर प्लान को लगा झटका, पुराने प्लान को बढ़ाया गया, क्या है मामला? पढ़िए पूरी खबर

देहरादून के विकास से जुड़े नए मास्टर प्लान 2041 को फिलहाल होल्ड पर रख दिया गया है। इसमें पाई गई गड़बड़ियों और विसंगतियों के चलते इसकी जांच पूरी होने तक 2005-2025 मास्टर प्लान को ही आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
क्या है मामला?
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) का GIS (जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम) आधारित मास्टर प्लान 2041 तैयार किया गया था, जिसे 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाना था। लेकिन इसमें भू-उपयोग निर्धारण में गंभीर गड़बड़ियां पाए जाने के कारण इसे रोक दिया गया है।
शासन को मार्च 2024 में इस प्लान पर जनता की आपत्तियों की सुनवाई के बाद रिपोर्ट मिल गई थी, लेकिन इसी दौरान मास्टर प्लान में अनियमितताओं को लेकर कई शिकायतें सामने आईं। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त कदम उठाते हुए 23 जून 2024 को तत्कालीन मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव को हटाकर जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई, जिसमें अपर सचिव आवास और एक सेवानिवृत्त नगर एवं ग्राम नियोजक शामिल थे। कमेटी ने मास्टर प्लान में कई गड़बड़ियों की पुष्टि की और सुझाव दिए।
पुराने मास्टर प्लान को जारी रखने का निर्णय
नए मास्टर प्लान में सुधार और पुनः मूल्यांकन में समय लगेगा। इसलिए सरकार ने 31 मार्च 2025 को समाप्त हो रहे 2005-2025 मास्टर प्लान को ही आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। सचिव आवास डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम के अनुसार, नई योजना लागू होने तक इसी प्लान के आधार पर निर्माण और विकास कार्य किए जाएंगे।