चारधाम यात्रा में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग, शपथ पत्र की शर्त का सुझाव

काली सेना प्रमुख और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने चारधाम यात्रा में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। रविवार को हरिद्वार स्थित शांभवी धाम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हालिया पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से यह कदम जरूरी है।
स्वामी आनंद स्वरूप ने सुझाव दिया कि यदि किसी अन्य धर्म के व्यक्ति को चारधाम यात्रा में आस्था है, तो उसे शपथ पत्र देकर ही प्रवेश की अनुमति दी जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा के दौरान मुस्लिम घोड़ा-खच्चर संचालकों के पंजीकरण पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की।
उन्होंने यात्रा में शामिल विदेशी नागरिकों के सत्यापन को लेकर भी सवाल उठाए। स्वामी स्वरूप ने कहा कि इस वर्ष पंजीकरण के आंकड़ों के अनुसार करीब 20.78 लाख यात्रियों में से 17 हजार विदेशी नागरिक हैं। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि इन विदेशी यात्रियों का सत्यापन किस आधार पर किया गया है और उनके धर्म की जानकारी कैसे सुनिश्चित की गई है।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि सरकारी नौकरियों में धर्म का उल्लेख अनिवार्य किया जाता है, तो फिर चारधाम यात्रा के पंजीकरण में ‘हिंदू’ या ‘गैर-हिंदू’ का कॉलम क्यों नहीं जोड़ा जाता।
स्वामी आनंद स्वरूप ने चारधाम यात्रा की सुरक्षा और धार्मिक मर्यादा को बनाए रखने के लिए सरकार से शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है।