
देहरादून, 01 दिसंबर 2025: जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर देहरादून में नशीले पदार्थों के खिलाफ व्यापक अभियान तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में एसडीएम हरिगिर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में बड़े स्तर पर छात्रों का ड्रग टेस्ट किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत चलाया जा रहा है, ताकि युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से दूर रखा जा सके। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अगर किसी संस्थान में किसी छात्र का ड्रग टेस्ट पॉजिटिव आता है तो संबंधित डीन और संस्थान स्वामी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नशा मुक्त राज्य की दिशा में बड़ा अभियान
प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में शिक्षण संस्थानों और नशा संभावित क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
ड्रग टेस्टिंग के दौरान छात्रों को नशे के स्वास्थ्य और करियर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक भी किया गया।
सुविधाएँ और हेल्पलाइन नंबर जारी
जिलाधिकारी के प्रयासों से रायवाला स्थित ओल्ड एज होम में 30-बेड का नशा मुक्ति एवं मानसिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जा रहा है।
इसके अलावा, एम्स ऋषिकेश में 10 बेड इंटेंसिव थेरेपी के लिए रिज़र्व किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने अपनी एंटी-ड्रग हेल्पलाइन 9625777399 भी जारी की है।
छात्रों की मदद के लिए मानस हेल्पलाइन नंबर 1933, एनसीवी मानस पोर्टल और डी-एडिक्शन सेंटर का हेल्पलाइन नंबर भी सार्वजनिक स्थानों और शिक्षण संस्थानों में पोस्टर के माध्यम से चस्पा किए गए हैं।

कड़ी निगरानी और नियमित जांच
- ट्रैफिक चेकिंग के दौरान अब रात्रि में भी ड्रग टेस्टिंग की जा रही है।
- दवा दुकानों और फैक्ट्रियों की नियमित जांच के निर्देश दिए गए हैं।
- सभी शिक्षण संस्थानों में एंटी-ड्रग कमेटी को सक्रिय किया गया है, जिसमें एक छात्र और एक छात्रा को भी शामिल किया गया है
- स्कूल-कॉलेजों के आसपास सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई गई है।