
जम्मू-कश्मीर: घाटी एक बार फिर आतंकी गतिविधियों की चपेट में है। पिछले 24 घंटों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह तीसरा मुठभेड़ है। पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है।
उधमपुर में मुठभेड़, एक जवान शहीद
उधमपुर जिले के डूडू-बसंतगढ़ इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है। सेना ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया है। इस मुठभेड़ में 6 PARA SF यूनिट के हवलदार झंटू अली शेख गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान उनकी शहादत हो गई। ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स’ ने X पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनकी बहादुरी को सलाम किया है। मुठभेड़ अभी भी जारी है और आतंकियों की पहचान नहीं हो पाई है।
बांदीपोरा में लश्कर-ए-तैयबा के 4 OGW गिरफ्तार
उधर, उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े चार ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इनपुट मिला था कि ये लोग पुलिस और गैर-स्थानीय नागरिकों पर हमले की फिराक में हैं। इसके बाद बांदीपोरा पुलिस ने CRPF की F-Coy 3rd BN और 13 RR (AJAS कैंप) के साथ संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया।
नाका चेकिंग के दौरान मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से 2 चीनी हैंड ग्रेनेड, 1 मैगजीन और 30 राउंड 7.62 एमएम के कारतूस बरामद हुए। इसके अलावा, सदुनारा अजास क्षेत्र से रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से भी हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।
पहलगाम में 26 पर्यटकों की नृशंस हत्या
मंगलवार को पहलगाम के बायसरन घाटी में सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। हमलावरों ने पहले पर्यटकों से धर्म पूछा और हिंदू पहचान मिलने पर गोली मार दी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। यह हमला अमरनाथ यात्रा से ठीक पहले हुआ है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां और ज्यादा सतर्क हो गई हैं।
आतंक के खिलाफ निर्णायक मोर्चा
फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। फिलहाल सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रही है। पुंछ से लेकर पहलगाम तक आतंकियों की तलाश तेज़ कर दी गई है।
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं, और देश एकजुट होकर इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।