
डोईवाला।
डोईवाला के बुल्लावाला गांव में रहने वाली उपासना काम्बोज ने नेट जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। जिससे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
परीक्षा की तैयारी को लेकर उपासना कंबोज ने बताया कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी को लेकर सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाई, और पहली बार में ही लगभग 8 से 10 घंटा प्रतिदिन पढ़ाई कर उन्होंने इस परीक्षा को पास किया है। पिता के अध्यापक होने की वजह से घर में पहले से ही पढ़ाई का माहौल बना रहता है, जिसके लिए माता पिता का साथ व उनका हौसला अफजाई हमेशा उसके साथ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में बैठने वाले छ प्रतिशत छात्र ही इस परीक्षा को क्वालीफाई कर पाते हैं।
छात्रा के पिता कमल काम्बोज ने कहा कि आजकल बेटियां हर फील्ड में देश का नाम रोशन कर रही हैं, ओर उनकी बेटी ने नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की तो उनका सीना गर्व से छोड़ा हो गया। ओर उनका पूरा परिवार अपने आपको गौरवान्वित महशूस कर रहा है।
बता दें कि नेट जेआरएफ को हिंदी में “जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा” कहते हैं। ओर प्रत्येक वर्ष जून व दिसंबर में दो बार इसका एग्जाम होता है। नेट जेआरएफ करने का सबसे बड़ा फायदा है कि इससे छात्र असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए योग्य हो जाते हैं।
इसके बाद नेट जेआरएफ क्वालीफाई करने से स्कॉलरशिप अमाउंट जूनियर रिसर्च फ़ॉलोशिप (JRF) अवार्ड हासिल करने वाले उम्मीदवार को यूजीसी स्कीम के तहत एम फिल या पीएचडी की पढ़ाई में रिसर्च के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिलती है।
नेट जेआरएफ क़वालीफाई करने के बाद उम्मीदवार यूजीसी के द्वारा मान्यता प्राप्त युनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए अप्लाई भी कर सकते हैं। जिसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर को ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों को पढ़ाने का मौका मिलता है।
छात्रा की इस उपलब्धि पर ग्राम प्रधान अमरजीत कौर, पूर्व ग्राम प्रधान परमिंदर सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र तड़ियाल, ग्राम पंचायत सदस्य आशिया परवीन, कोंग्रेस नेता मोहित उनियाल, कोंग्रेस विधायक प्रत्याशी गौरव सिंह, शुभम काम्बोज, विनोद रौथान, विजय कांबोज, मनोज कांबोज, सोनू काम्बोज आदि ने बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की है।