उत्तराखंडदेहरादून

पहले तौल में हर किलो पर था शक, अब अनाज एटीएम से हर ग्राम पर भरोसा

देहरादून, 14 अक्टूबर: उत्तराखंड में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने की दिशा में अनाज एटीएम ने क्रांतिकारी बदलाव ला दिया है। पहले राशन वितरण के दौरान घटतौली, लंबी कतारों और भीड़ की शिकायतें आम थीं, लेकिन अब अत्याधुनिक अनाज एटीएम मशीनों ने इस व्यवस्था को अधिक विश्वसनीय और पारदर्शी बना दिया है।

राज्य सरकार द्वारा अब तक 21 स्थानों पर ये अनाज एटीएम स्थापित किए जा चुके हैं। इन मशीनों के माध्यम से पात्र उपभोक्ता निर्धारित मात्रा में अनाज पूरी सटीकता के साथ प्राप्त कर रहे हैं। मशीनें डिजिटल तरीके से प्रत्येक ग्राम का हिसाब रखती हैं, जिससे किसी प्रकार की घटतौली की संभावना समाप्त हो गई है।

अधिकारियों के अनुसार, अनाज एटीएम का उद्देश्य खाद्य वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाना, मानव हस्तक्षेप को कम करना और उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा प्रदान करना है। उपभोक्ता अब अपनी सुविधा के अनुसार समय तय कर अनाज ले सकते हैं, जिससे राशन दुकानों पर भीड़ और अव्यवस्था कम हुई है।

हालांकि, इस नई प्रणाली के समक्ष कुछ चुनौतियाँ भी हैं। तकनीकी रख-रखाव, बिजली आपूर्ति की निरंतरता और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी जैसे मुद्दों पर अभी और सुधार की आवश्यकता है। राज्य खाद्य आपूर्ति विभाग ने बताया कि इन चुनौतियों को दूर करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और भविष्य में सभी जिलों में अनाज एटीएम लगाए जाने की योजना है।

सरकार का दावा है कि यह पहल न केवल पारदर्शी वितरण सुनिश्चित कर रही है, बल्कि लोगों के विश्वास को भी मजबूत कर रही है। उत्तराखंड जल्द ही देश का ऐसा पहला राज्य बन सकता है जहां सभी जिलों में अनाज एटीएम के माध्यम से राशन वितरण पूरी तरह डिजिटल प्रणाली से होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button