उत्तराखंड
सोमवार को राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा में ईट राइट मेला एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में धन सिंह रावत, विद्यालयी शिक्षा मंत्री तथा अति विशिष्ट अतिथि रविनाथ रामन, सचिव, विद्यालयी शिक्षा एवं एवं विशिष्ट अतिथि झरना कमठान, महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा / राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा सम्मिलित थे।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री द्वारा ईट राईट इंडिया अभियान के वृहद प्रचार-प्रसार हेतु ईट राइट मेलों के माध्यम से व्यापक जन-जागरूकता बढाने की आवश्यकता पर बल दिया जिससे खाद्य जनित रोगों पर रोकथाम लग सके। ईट राइट थाली को कॉलेज, विद्यालय स्तर पर प्रचारित करें। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहयोग से भोजनमाताओं को खाद्य सुरक्षा विषय पर प्रशिक्षण को मिशन मोड में संचालित करते हुए प्रदेश के समस्त ऐसे स्कूल जहां मिड-डे-मील दिया जा रहा है उनको 2025 तक ईट राइट स्कूल प्रमाणीकरण किये जाने के निर्देश दिये गये। मिलेट आधारित खाद्य पदार्थों को मिड-डे-मील में शामिल किया जाये।
सचिव, विद्यालयी शिक्षा द्वारा बताया गया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भोजन में मोटे अनाजों की खाद्य सुरक्षा/पोषण के दृष्टिगत उन्हें भोजन में नियमित रूप से शामिल करना होगा।
महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा द्वारा बताया गया कि राज्य में विद्यमान प्रतिष्ठित होटलों के सहयोग से मिलेट आधारित खाद्य को सम्मिलित करने हेतु प्रशिक्षण दिया जायेगा।
ईट राइट इंडिया के राज्य नोडल अधिकारी/उपायुक्त श्री गणेश कंडवाल द्वारा बताया गया कि ईट राइट इंडिया देश की खाद्य प्रणाली को सुरक्षित और स्वस्थ खाने की आदतों में बदलने का एक बड़ा प्रयास है। यह एक अखिल भारतीय आंदोलन है जिसका उद्देश्य सुरक्षित और पौष्टिक भोजन खाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं, 20 से अधिक भोजनमाताओं एवं प्रत्येक जनपद से 4 प्रतिनिधियों (जिसमें 1 प्राचार्य, 2 अध्यापक एवं 1 जनपद पी०एम० पोषण समन्वयक / एम०आई०एस० समन्वयक) एवं अन्य अधिकारियों/कार्मिकों सहित कुल 250 से अधिक सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सभी प्रतिभागियों को सर्वप्रथम ईट राइट मेले में सभी स्टॉलों का भ्रमण कराया गया एवं जानकारियां प्रदान की गई।
समग्र शिक्षा परिसर में ईट राईट इंडिया की प्रदर्शनी का आयोजन विभिन्न ईट राईट संस्थाओं के द्वारा स्टॉलों के माध्यम से किया गया।
द ताज होटल, ऋषिकेश के द्वारा लगाये गये स्टॉल में स्थानीय खाद्य पदार्थों एवं मोटे अनाज के तैयार विभिन्न व्यंजनों के माध्यम से पौष्टिक एवं स्वस्थ भोजन खाने के प्रति प्रेरित किया गया। इसमें रागी से बने पास्ता, डांगोरे का सूप, पहाडी आइसक्रीम, मोटे अनाज से तैयार कुकीज इत्यादि व्यंजन बनाये गये थे जिन्हें आगंतुकों को भी परोसा गया।
भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के स्टॉल में Bio-Jet Aviation Fuel, Bio Jet Fuel, Domestic PNG Burner का प्रदर्शन किया गया। स्टॉल में संस्थान द्वारा Waste Plastics to Fuels के मॉडल को भी प्रदर्शन के लिए रखा गया।
उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव डेरी फैडरेशन लिमिटेड के द्वारा लगाये गये स्टॉल में संस्था द्वारा उत्पादित किये गये उत्पादों यथा लडडू, फोर्टिफाइड दूध, छाछ, दही, घी इत्यादि को प्रदर्शनी में लगाया गया।
भारतीय मानक ब्यूरो, उत्तराखण्ड द्वारा आई०एस०आई० मार्क (जो कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा जारी किया जाता है) से अंकित विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन कर आई०एस०आई० मार्क से अंकित उत्पाद देखकर ही क्रय करने के प्रति जागरूक किया गया।
खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के द्वारा अपने स्टॉल में फोर्टिफाइड नमक, फोर्टिफाइड चावल एवं फोर्टिफाइड दूध पाउडर का प्रदर्शन किया गया एवं जानकारी उपलब्ध कराई गई।
अक्षय पात्र फाउण्डेशन के स्टॉल में अपने संस्था से संबंधित जानकारी प्रदान की गई एवं केन्द्रीयकृत किचन से विद्यालयों में छात्र-छात्राओं हेतु बनने वाले भोजन के संबंध में अवगत कराया गया था एवं संस्था द्वारा ईट राईट मेले में उपस्थित सभी बच्चों हेतु भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
उत्तरांश संस्था के स्टॉल में संस्था द्वारा प्राकृतिक रूप से उत्पादित उत्पादों यथा तेल, घी, शहद, अचार आदि को प्रदर्शित किया गया।
इसके उपरांत खाद्य सुरक्षा, मानक एवं खाद्य पदार्थों में मिलावट के संबंध में जागरूकता हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। ईट राइट मूवमेंट के संबंध में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया गया एवं Food Safety Magic Box के संबंध में भी जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में मोबाईल वैन टेस्टिंग द्वारा छात्र-छात्राओं को मिलावट की जांच हेतु साधारण टैस्ट बताये गये।
इस कार्यक्रम की समाप्ति पर कुलदीप गैरोला, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा द्वारा उपस्थित समस्त प्रतिभागियों का धन्यवाद किया गया। इस अवसर पर एस०बी० जोशी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, आर०के० उनियाल, निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा, अजय नौडियाल, अपर निदेशक, राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (SIEMAT), गणेश कंडवाल, उप कमिश्नर, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, साहिल खान, उप निदेशक, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI), भारत सरकार, सौरभ तिवारी, निदेशक, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) उपस्थित थे।