
देहरादून: उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि राज्य का गठन लंबा संघर्ष और बलिदान की देन है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में कांग्रेस पार्टी ने हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई और आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया।
रावत ने कहा कि राज्य निर्माण का सपना केवल भौगोलिक सीमाओं तक सीमित नहीं था, बल्कि यह उन पहाड़ी लोगों की आकांक्षाओं से जुड़ा था जो शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और समान अवसरों की उम्मीद लिए आंदोलन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हर मोर्चे पर राज्य के हितों के लिए संघर्ष किया, चाहे वह दिल्ली की सड़कों पर आंदोलन हो या पहाड़ों में जनसभाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की रजत जयंती एक अवसर है यह विचार करने का कि क्या हम उन आंदोलनकारियों के सपनों को साकार कर पाए हैं या नहीं। उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि राज्य आंदोलनकारियों को उचित सम्मान दिया जाए, उनके परिवारों के पुनर्वास और सम्मानजनक जीवन के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
रावत ने यह भी कहा कि अब समय है कि सभी राजनीतिक दल और समाज के विभिन्न वर्ग मिलकर उस उत्तराखंड के निर्माण में सहयोग दें, जिसकी परिकल्पना राज्य आंदोलन के दौरान की गई थी—एक ऐसा राज्य जो विकास, पारदर्शिता और सामाजिक न्याय की मिसाल बने।
उन्होंने सभी राज्यवासियों से अपील की कि रजत जयंती वर्ष को केवल उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि आत्ममंथन और नव निर्माण के संकल्प के रूप में मनाया जाए।