“रिवायत ए रेशम” फैशन शो का भव्य आयोजन, उत्तराखण्ड कोऑपरेटिव रेशम फेडरेशन के सहयोग से हुआ कार्यक्रम

देहरादून, रविवार: ओएनजीसी परिसर स्थित बी.एस. नेगी महिला पॉलिटेक्निक के सभागार में उत्तराखण्ड कोऑपरेटिव रेशम फेडरेशन (यू.सी.आर.एफ.) के सहयोग से एक भव्य फैशन शो “रिवायत ए रेशम” का आयोजन किया गया। इस शानदार कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जबकि विधायक सविता कपूर ने अध्यक्षता कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम की भव्य शुरुआत
फैशन शो का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और पुष्प गुच्छ अर्पण के साथ हुआ। इस दौरान यू.सी.आर.एफ. की ओर से मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों को रेशम से बनी शॉल और पहाड़ी टोपी भेंट की गई, जो उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है।
रेशम परिधानों की भव्य प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखण्ड कोऑपरेटिव रेशम फेडरेशन द्वारा तैयार किए गए विभिन्न आकर्षक परिधान, जैसे शॉल, स्टोल, जैकेट, साड़ी, सूट, टोपी, टाई और स्कार्फ, को संस्थान की छात्राओं ने मॉडल के रूप में बेहद खूबसूरत अंदाज में रैंप वॉक के माध्यम से प्रस्तुत किया। यह आयोजन छात्राओं को अपनी कलात्मकता और फैशन डिजाइनिंग की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करता है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम
मुख्य अतिथि रितु भूषण खंडूरी ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण के लिए बी.एस. नेगी महिला पॉलिटेक्निक द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
“यह संस्थान पिछले तीन दशकों से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है और निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यहां की छात्राओं में अपार कलात्मकता और क्षमता है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी।”
महिला उत्थान में संस्थान की भूमिका
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं विधायक सविता कपूर ने संस्थान की भूमिका को सराहते हुए इसे भविष्य में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा,
“महिलाओं के उत्थान और आत्मनिर्भरता की दिशा में यह संस्थान महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है, और इसे हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।”
इस अवसर पर विधायक ने संस्थान कैन्टीन क्षेत्र के सौंदर्यीकरण हेतु निधि से प्रदान की गई आर्थिक सहायता के तहत नवनिर्मित कैन्टीन का विधिवत उद्घाटन भी किया।
छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना
उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने कहा कि छात्राएं देश का भविष्य हैं और उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनना चाहिए। उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा,
“हर छात्रा को अपने जीवन का एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसे प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत और लगन से प्रयास करना चाहिए।”
व्यावसायिक शिक्षा का महत्व
यू.सी.आर.एफ. के एम.डी. आनंद शुक्ल ने तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाई, जिनमें शामिल रहे:
- मधु भट्ट (उपाध्यक्ष, राज्य संस्कृति एवं कला परिषद)
- डॉ. गीता खन्ना (अध्यक्ष, बाल संरक्षण आयोग, उत्तराखंड सरकार)
- डा. आनंद शुक्ल (एम.डी., यू.सी.आर.एफ.)
- विनोद उनियाल (उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय महिला उद्यमिता परिषद)
- ज्योत्सना शर्मा (उपाध्यक्ष, नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति)
- डॉ. राजेश उपाध्याय (सचिव, यू.बी.टी.ई.आर.)
- जेपी ममगाईं (पूर्व सूचना आयुक्त, राज्य सेरीकल्चर)
- रमिंद्री मंद्रवाल (प्रबंध निदेशक, उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ)
“रिवायत ए रेशम” फैशन शो ने स्थानीय रेशम उद्योग को बढ़ावा देने और महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य को मजबूती दी। इस कार्यक्रम ने छात्राओं को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने और फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। इस आयोजन के माध्यम से रेशम उद्योग, संस्कृति, कला और शिक्षा का एक अद्भुत संगम देखने को मिला।