
नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 10 मई 2025: भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को एक पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई, जिससे दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी देशों के बीच हालिया तनाव में राहत मिली। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित किया गया, जिन्होंने इसे “एक लंबी रात की वार्ता” के बाद संभव बताया।
संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पिछले 48 घंटों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर, और दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से बातचीत की।
रुबियो ने एक बयान में कहा, “भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमति जताई है और एक न्यूट्रल स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर भी सहमति बनी है।”
यह समझौता 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसके बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य संचालन निदेशकों ने बातचीत के बाद सहमति जताई कि 5:00 बजे शाम से भूमि, वायु और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाइयाँ रोक दी जाएंगी।
संघर्षविराम की घोषणा के बाद, कश्मीर क्षेत्र में लोगों ने राहत की सांस ली और कई स्थानों पर जश्न मनाया गया। हालांकि, दोनों देशों ने अपनी सैन्य तैयारियों को उच्च स्तर पर बनाए रखा है और एक-दूसरे पर गलत सूचना फैलाने और नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस समझौते का स्वागत किया है और दोनों देशों से दीर्घकालिक शांति के लिए बातचीत जारी रखने का आग्रह किया है।
यह संघर्षविराम एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन स्थायी शांति के लिए दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और निरंतर संवाद आवश्यक होगा।