उत्तराखंडदेहरादून

एमडीडीए का सिटी फॉरेस्ट पार्क बन रहा देहरादून का धड़कता दिल, प्रकृति–स्वास्थ्य–पर्यटन का आधुनिक संगम

देहरादून, 14 जनवरी 2025: मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा सहस्त्रधारा रोड पर विकसित किया गया सिटी फॉरेस्ट पार्क राजधानी देहरादून की नई पहचान बनकर उभर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदृष्टि से तैयार यह ड्रीम प्रोजेक्ट हरित–शहरी विकास का एक आधुनिक मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। लगभग 12.45 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह पार्क प्रकृति, योग, स्वास्थ्य, मनोरंजन और पर्यटन का अनूठा संयोजन है।

बाल दिवस पर बच्चों की भारी भीड़, देहरादून को मिला सुरक्षित प्राकृतिक खुला स्थान

बाल दिवस के अवसर पर पार्क में विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों की असाधारण भीड़ देखने को मिली। बच्चे प्राकृतिक पगडंडियों, बांस के गज़ेबो, ट्री हाउस और खेल क्षेत्रों में घुलते-मिलते नजर आए।

शिक्षकों ने कहा कि देहरादून में बच्चों के लिए इतना बड़ा, सुरक्षित और पूरी तरह प्राकृतिक खुला स्थान मिलना किसी उपहार से कम नहीं है।

एमडीडीए की ओर से सभी बच्चों के लिए निःशुल्क जलपान की व्यवस्था भी की गई थी।

वन जैसा वातावरण, लेकिन आधुनिक सुविधाएँ

पार्क की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसका विकास इस तरह किया गया है कि प्राकृतिक वातावरण को कोई क्षति न पहुंचे।

पेड़ों का आवरण, प्राकृतिक ढलानें, मौसमी जलस्रोत, मिट्टी की संरचना—सब कुछ यथावत रखा गया है।

यही कारण है कि पार्क में प्रवेश करते ही शहर की भीड़-भाड़ से दूर जंगल जैसी शांति का अनुभव होता है।

हर आयु वर्ग के लिए आकर्षक सुविधाएँ

पार्क में उपलब्ध प्रमुख सुविधाएँ:

1.2 किमी लंबा वन-वॉक फिटनेस ट्रेल

साइकिल ट्रैक और बच्चों के लिए अलग साइकिल ट्रैक

जॉगिंग ट्रैक

प्राकृतिक ढलानों वाला Maze (मेज़)

शांत वातावरण में योग व ध्यान केंद्र

स्वास्थ्य लाभ हेतु खास बनाया गया एक्यूपंक्चर ज़ोन

बांस के गज़ेबो और पेबल क्रॉसिंग

वेटलैंड रिस्टोरेशन ज़ोन

सुरक्षित ट्री हाउस

सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए ओपन एयर थिएटर

स्केटिंग रिंक

शांत पठन क्षेत्र

कैफेटेरिया और पेयजल व्यवस्था

इन सबका उद्देश्य लोगों को एक ही जगह पर स्वास्थ्य, मनोरंजन, शिक्षा और प्रकृति का अनुभव कराना है।

40.07 करोड़ की लागत वाला दूरदृष्टि-युक्त हरित प्रोजेक्ट

एमडीडीए ने इस पार्क को लगभग 40.07 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया है।

प्राधिकरण ने डिजाइन को इस प्रकार तैयार किया है कि:

पर्यावरण संरक्षण

पर्यटन संवर्धन

नागरिक सुविधाएँ

तीनों पहलुओं का संतुलित समावेश हो सके।

मुख्य प्रवेश द्वार को महासू देवता मंदिर की पारंपरिक शैली से प्रेरणा लेकर बनाया गया है।

पार्क में विशाल पार्किंग, टॉप व्यू एरिया, टिकट घर, सूचना केंद्र, स्वच्छ शौचालय, आकर्षक बेंच, फूलों की क्यारियाँ, नर्सरी, लकड़ी के वॉकवे और पूरे क्षेत्र को जोड़ने वाले मुख्य पथ विकसित किए गए हैं।

जल संरक्षण, बायो–डायवर्सिटी, मिट्टी संरक्षण और वर्षा जल प्रबंधन को भी योजनाबद्ध तरीके से सम्मिलित किया गया है।

जनता की बढ़ती आवाजाही—देहरादून का पसंदीदा गंतव्य

उद्घाटन के बाद से सुबह और शाम पार्क में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

परिवार, बुजुर्ग, महिलाएँ और युवा—सभी के लिए यहां विशेष सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

सुरक्षित बैठने की व्यवस्था, योग स्थल, बच्चों का बड़ा खेल परिसर और शांत प्राकृतिक वातावरण इसे शहरवासियों का नया पसंदीदा स्थल बना रहा है।

पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ

सिटी फॉरेस्ट पार्क के पूरी तरह विकसित होने से सहस्त्रधारा क्षेत्र में पर्यटन को नया आयाम मिला है।

स्थानीय दुकानों, कैफे, गाइडों और छोटे व्यवसायों के लिए नए अवसर बढ़ेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

यह पार्क देहरादून का भविष्य: एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि सिटी फॉरेस्ट पार्क मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हरित–शहरी सोच का परिणाम है।

बाल दिवस पर बच्चों की भारी उपस्थिति इस बात का संकेत है कि यह पार्क आने वाली पीढ़ियों के लिए कितना आकर्षक और उपयोगी है।

 

 

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